यूपी में भाजपा की योगी सरकार से इस्तीफा देकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने धर्म सिंह सैनी और अन्य 6 विधायकों के साथ शुक्रवार को सपा का दामन थाम लिया। इसके अलावा कई पूर्व विधायकों ने लखनऊ में अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की चुनौती दी।

15-85 का फॉर्मूला: सपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने संबोधन में योगी के 80 बनाम 20 के फॉर्मूले के जवाब में 15-85 का फॉर्मूला बताते हुए कहा कि 85 तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी मकर संक्रांति का दिन भाजपा के अंत का इतिहास लिखने जा रहा है।

मौर्य ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि वो कहते हैं कि हम हिंदू के नाम पर चुनाव जीतेंगे, तो आप अगर हिंदू हितैषी हैं तो संविधान में जो आरक्षण की व्यवस्था है उसे अजगर की तरह निगलने का काम क्यों किया आपने।

भाजपा के परखच्चे उड़ जाएंगे: योगी कैबिनेट में मंत्री रहे मौर्य ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि यूपी में इतने समय तक वनवास झेलने के बाद भाजपा सत्ता में आकर अच्छा काम करेगी, लेकिन ऐसा नहीं किया। मैं भाजपा से कहना चाहता हूं कि आज (14 जनवरी) को इस कार्यक्रम से एक ऐसा तूफान चलेगा जिससे भाजपा के परखच्चे उड़ जाएंगे।

मौर्य ने कहा, “आज भाजपा के बड़े-बड़े नेता, जो कुम्भकरण वाली नींद थे, हम लोगों के इस्तीफा देने के बाद उनकी नींद उड़ गई है।” उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कहते हैं कि आखिर पांच साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया। कुछ बुद्धिमान लोग तो यह भी कहते हैं कि अपने बेटे के चक्कर में मैंने भाजपा छोड़ दी है।

उन्होंने कहा कि मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि भाजपा ने लोगों की आंख में धूल झोंकर सत्ता हासिल की है। भाजपा स्वामी प्रसाद मौर्य और केशव प्रसाद मौर्य के दम पर सत्ता में आई। स्वामी प्रसाद ने कहा कि मैं जिसका साथ छोड़ता हूं उसका कोई वजूद नहीं रहता। इसका सबूत बहनजी (मायावती) जी हैं।