गृहमंत्री अमित शाह के लखनऊ दौरे का आगाज रमाबाई मैदान में आयोजित निषाद पार्टी की विशाल रैली से हुआ। इस रैली में निषाद समाज के लोग भारी संख्या में आए हुए थे। रैली के दौरान निषाद समाज के लिए आरक्षण की घोषणा भी होने वाली थी लेकिन ऐसा कोई ऐलान न होने के कारण निषाद समाज के लोगों में नाराजगी दिखाई दी। वहीं, निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने इसको लेकर नाराजगी जताई है और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
अमित शाह की रैली में आरक्षण को लेकर कोई ठोस ऐलान न होने से निषाद समाज के लोगों में भी गुस्सा देखने को मिला। निषाद पार्टी के समर्थक भाजपा को वोट न देने की बात कहते दिखाई दिए। वहीं, संजय निषाद ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि अगर भाजपा को निषाद समाज का वोट चाहिए, उन्हें इस समाज के लोगों का ख्याल भी रखना होगा।
पत्र में निषाद पार्टी प्रमुख ने कहा है, ”गृह मंत्री ने कहा कि सरकार बनने पर हमारे मुद्दों का समाधान होगा, लेकिन कुछ मुद्दों का सरकार बनने से पहले हल निकलेगा तो इसका विशेष फायदा निषादों को होगा, ये मुद्दा आरक्षण का है।”
संजय निषाद ने आगे कहा है, ”रैली में मुझपर भरोसा जताते हुए मेरे कार्यकर्ता आए थे, मैंने भी कहा था कि बीजेपी हमारे मुद्दों की वकालत करती आई है। आज अमित शाह को कुछ न कुछ इस पर बोलना चाहिए था।”
संजय निषाद ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है, ‘’हमारा समाज अमित शाह से खुश था, 2022 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनानी है तो निषाद समाज के युवाओं का ख्याल रखना होगा।” संजय निषाद ने कहा, ” मंच से जब गृह मंत्री अमित शाह संबोधित कर रहे थे, हमारे लोग हाथ हिला रहे थे कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं। मैंने तब उनको मना किया। हालांकि, कुछ लोगों ने बीजेपी के साथ रहने के लिए इनकार किया है।” उन्होंने कहा, ”160 सीटों पर निषाद समाज के लोग जगे हुए हैं, लेकिन हमारा प्रभाव 400 सीटों पर है।” संजय निषाद ने कहा कि वे भाजपा के साथ हैं।