विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अमेठी और रायबरेली की सियासी विरासत को सहेजने और बचाने के लिए राहुल और प्रियंका सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शनिवार को अमेठी के हारीमऊ में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके पहले महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ जगदीशपुर से हारीमऊ तक करीब 7 किलोमीटर लंबी पदयात्रा भी करेंगे।
राहुल, प्रियंका की जनसभा और पदयात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेसी दिल से जुट गए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्य नारायण पटेल और जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 18 दिसंबर को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी आएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह ने बताया कि पदयात्रा में भीड़ जुटाने के लिए तैयारी चल रही है।
गौरीगंज के पूर्व विधानसभा उम्मीदवार फतेह मोहम्मद ने बताया कि दोनों नेताओं के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हमलोग जुट गए हैं। वे खुद भारी भीड़ के साथ जाने की तैयारी मेंं गांव -गांव घूम रहे है। 2019 में चुनावी हार के बाद अमेठी में राहुल गांधी की यह पहली जनसभा होगी। इसके पहले राहुल गांधी चुनावी हार की समीक्षा बैठक मेंं अमेठी आए थे। प्रियंका गांधी बीच-बीच में अमेठी आती रही हैं।
राहुल गांधी 2004 से 2019 तक तीन बार अमेठी से सांसद रह चुके हैं। इसके पहले सोनिया गांधी 1999 से 2004 तक अमेठी की सांसद थीं। सोनिया गांधी के पहले स्व राजीव गांधी 3 बार सांसद और स्व संजय गांधी एक बार सांसद यहां से रह चुके हैं। बीच में कैप्टन सतीश शर्मा भी यहां से सांसद बने थे।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को हराया था। विधानसभा चुनाव से पहले राहुल- प्रियंका की जनसभा और पदयात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ज्ञात हो कि अमेठी लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधानसभा में कांग्रेस के एक भी विधायक नहीं हैं।
