यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर रैलियों और सभाओं का दौर तेज हो गया है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंचे और लगभग 16 लाख महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए स्वयं सहायता समूहों के बैंक खातों में 1,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। यह राशि दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत हस्तांतरित की गई।

इस दौरान पीएम मोदी महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ी बात कही। एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में पिछले समाजवादी पार्टी के शासन पर साफ तौर पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “पांच साल पहले (2012 से 2017) तक माफिया उत्तर प्रदेश की सड़कों पर राज किया करते थे। तब सबसे ज्यादा पीड़ित हमारी बहनें और बेटियां थीं।” कहा, “उनके लिए सड़कों पर निकलना और स्कूल और कॉलेजों में जाना मुश्किल था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन गुंडों को उनकी सही जगह पर रखा है। अब उत्तर प्रदेश फिर अंधेरे में नहीं जा सकता है।”

योगी आदित्यनाथ सरकार की सराहना करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए अब सुरक्षा, अधिकार और अवसर हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी माताओं और बहनों के आशीर्वाद से कोई भी राज्य को फिर से अंधेरे में नहीं धकेलेगा। आइए हम प्रयागराज की इस पावन भूमि से शपथ लें कि उत्तर प्रदेश प्रगति करेगा।”

रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पीएम आवास योजना के तहत दिए गए 30 लाख घरों में से 25 लाख महिलाओं के नाम पर हैं। यह “महिलाओं के सच्चे सशक्तिकरण” के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कहा कि दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य महिलाओं, विशेष रूप से जमीनी स्तर पर महिलाओं को आवश्यक कौशल, प्रोत्साहन और संसाधन प्रदान करना है। कार्यक्रम में दो लाख से अधिक महिलाएं शामिल हुईं।

मोदी ने ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के तहत 1 लाख से अधिक लाभार्थियों को 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी किए, जो एक बालिका को उसके जीवन के विभिन्न चरणों में सशर्त नकद हस्तांतरण हो सकेगा। कुल प्रेषण 15,000 रुपये प्रति लाभार्थी है। रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई सांसद और अन्य नेता मौजूद रहे।

उन्होंने कहा, ‘हम महिलाओं की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें पढ़ाई और तरक्की का समय मिल सके। देश अपनी बेटियों के लिए यह फैसला ले रहा है। हर कोई देख रहा है कि इससे किसे दिक्कत है… कुछ के पेट में दर्द हो रहा है।” कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के कुछ सांसदों ने हाल ही में इस मुद्दे पर प्रतिकूल टिप्पणी की।