यूपी में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले को लेकर सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि हमले वाले दिन ओवैसी के कार्यक्रम की पहले से कोई सूचना नहीं थी। उन्हें बुलेटप्रुफ गाड़ी और जेड सिक्योरिटी दी गई, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया।

अमित शाह ने राज्यसभा में बयान जारी करते हुए कहा कि वो ओवैसी से विनती करते हैं कि वो ये सुरक्षा जरूर लें। उन्होंने कहा- “ओवैसी की सुरक्षा को खतरा है…सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा बुलेट-प्रूफ कार के साथ देने का फैसला किया है, लेकिन ओवैसी ने इनकार कर दिया है। मैं सदन के सदस्यों के माध्यम से अनुरोध करता हूं कि वह इस कवर को स्वीकार कर लें”।

आगे उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी का हापुड़ जिले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके प्रोग्राम की कोई सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी। शाह ने हमले की जानकारी देते हुए कहा कि दो अज्ञात लोगों ने काफिले पर फायरिंग की थी। ओवैसी सुरक्षित बाहर आ गए लेकिन उनके वाहन के निचले हिस्से पर तीन गोलियां लगीं। इस घटना को तीन गवाहों ने देखा था।

गृहमंत्री ने कहा कि अब तक इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने दो पिस्तौल बरामद किए हैं और एक मारुति ऑल्टो कार भी जब्त की है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है … पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया है।

बता दें कि हमले के बाद ओवैसी ने लोकसभा में कहा था कि उन्हें सुरक्षा नहीं चाहिए। उन्होंने कहा था- “मुझे ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं ए-श्रेणी का नागरिक बनना चाहता हूं। मुझ पर गोली चलाने वालों के खिलाफ यूएपीए क्यों नहीं लगाया गया? मैं जीना चाहता हूं, बोलना चाहता हूं। गरीब सुरक्षित रहेंगे तभी मेरा जीवन सुरक्षित रहेगा। मेरी कार पर गोली चलाने वालों से मैं नहीं डरूंगा”।

बता दें कि इस हमले की जानकारी खुद ओवैसी ने ट्वीट करके दी थी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।