उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी सभाओं में लोगों की भीड़ और उनके समर्थन की तस्वीरों को अक्सर अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके शेयर करते रहते हैं। मंगलवार को इटावा में हुई जनसभा की तस्वीर भी ट्वीट की और कैप्शन में लिखा, “जनपद इटावा, इतिहास रचने जा रहा है… ‘आतंकियों के रहनुमा’ और अपराधियों के सरपरस्त’ यहां पस्त होंगे। इटावा ने ठाना है, हर बूथ पर कमल का फूल खिलाना है…धन्यवाद इटावा!” इस तस्वीर को देखकर सोशल मीडिया पर कई यूजरों ने कमेंट किया और कहा कि “एडिटेड है, जनता का हाथ आपकी ओर नहीं”

राजीव राय@RajeevRai नाम के एक यूजर ने लिखा, “कमाल है बाबा..अब फ़ोटो एडिट कर के अपने तो तसल्ली या लोगों को बेवक़ूफ़ बनाने की कोशिश कर रहे है?” संजीव श्रीवास्तव @HaridwarSanjeev ने लिखा, “Edited फोटो है। जनता का मुंह किसी और की तरफ है। रैली में भीड़ नहीं आ रहीं है।”

चिराग बड़जात्या@chiragbarjatyaa ने कहा, “मुझे लगा मेरा iphone ख़राब हो गया या इंटर्नेट स्लो है।” रोहन कारनेलियो @RohanCornelio ने लिखा, “इस फ़ोटो को ज़ूम इन करें। आपको योगी की उपलब्धियों की सच्चाई दिखाई देगी। फोटोशॉप सरकार को हटाना चाहिए।” इसी तरह के कमेंट कई और लोगों ने किए हैं।

उधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी और औरैया जिले की जनसभाओं में विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘अगर अखिलेश यादव सत्ता में आये तो जिन अपराधियों को योगी आदित्‍यनाथ ने जेल में डाला है उनको जमानत मिल जाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहले पुलिस माफिया को देखकर भाग जाती थी लेकिन अब पुलिस को देखकर माफिया भाग जाता है।’’ शाह ने कहा कि आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जेल में हैं लेकिन अगर अखिलेश यादव सत्ता में आए तो उन्हें जमानत मिल जाएगी।

शाह ने आरोप लगाया, “अखिलेश ने केवल सैफई (इटावा में अखिलेश का पैतृक स्थान) परिवार के लिए काम किया और उनके शासन में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी थीं, राज्य का विकास केवल सैफई परिवार के सदस्यों तक ही सीमित था।” उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हुए विकास कार्यों के आंकड़े गिनाए और उन्हें राज्य की तस्वीर बदलने का श्रेय दिया।