3 फरवरी को AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर हमला हुआ था। हमले के बाद से ही राजनीति गरमाई हुई है और ओवैसी ने हमलावरों पर यूएपीए के तहत केस दर्ज करने की मांग की है। हमले के बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला लिया लेकीन संसद में भाषण देते हुए ओवैसी ने जेड कैटेगरी की सुरक्षा को अस्वीकार कर दिया। हमले के बाद असदुद्दीन ओवैसी के समर्थक उनकी लंबी आयु और सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं।

इसी क्रम में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की सलामती की दुआ के लिए हैदराबाद के एक बिजनेसमैन ने 101 बकरों की कुर्बानी दी। बिजनेसमैन ने ओवैसी की सलामती की दुआ की और उनकी लंबी उम्र की कामना भी की। इस दौरान AIMIM के एक विधायक, कई नेता और समर्थक मौजूद रहे।

हमले के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में भाषण दिया था और उन्होंने जेड सिक्योरिटी को अस्वीकार कर दिया था। बता दें कि हमले के बाद भारत सरकार ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की थी और उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया था।ओवैसी ने संसद में कहा था कि, “मैं मौत से नहीं डरता। मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए और मैं इसे अस्वीकार करता हूं। मुझे ए श्रेणी का नागरिक बनाइए। मैं चुप नहीं रहूंगा, न्याय करें। उन (हमलावरों) पर यूएपीए की धारा लगाएं।”

हमला करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। एक आरोपी को घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया था ,जबकि दूसरे आरोपी ने खुद सरेंडर किया था। दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज हो गई थी। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि वे असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के धर्म विशेष पर दिए गए बयानों से आहत थे। मेरठ के किठौर में ओवैसी की रैली के बाद से ही वे उनके पीछे लगे हुए थे।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ओवैसी की पार्टी AIMIM भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ रही है। ओवैसी की पार्टी करीब 80 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारेगी। अपने उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने के लिए यूपी में ओवैसी लगातार दौरे कर रहे हैं।