आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जसवंतनगर सीट से प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव उम्मीदवार होंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा ने अपनी परंपरागत सीट से ही चुनावी रण में उतरने का फैसला किया है। यह छठी बार है जब शिवपाल यादव इस सीट से चुनाव लड़ेंगे।
शिवपाल यादव इस बार अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की जगह अखिलेश की पार्टी से ही चुनाव लड़ेंगे। शिवपाल 1996 से जसवंतनगर विधानसभा सीट से विधायक हैं। अब तक इस सीट से वो पांच बार विधायक बन चुके हैं। इस सीट से पहले शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव के चुनाव लड़ने की खबर थी, लेकिन अब शिवपाल यादव के नाम पर ही मुहर लगी है।
इसके साथ ही उन अटकलों पर भी विराम लग गया जिसमें कहा जा रहा था कि शिवपाल यादव, सपा से फिर से नाराज हो गए हैं और बीजेपी के साथ जा सकते हैं। हालांकि शिवपाल यादव पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि अखिलेश उनके नेता हैं और इस चुनाव में वो, उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुनावी मैदान में हैं।
यही नहीं शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी के नेताओं के टिकट के फैसले को भी अखिलेश पर ही छोड़ दिया है। इस बार उनकी पार्टी सपा के चुनाव चिन्ह पर ही चुनावी मैदान में उतरने जा रही है। पहले प्रसपा का चुनाव चिन्ह चाबी था, जिसे कुछ महीने पहले ही जब्त कर लिया गया था, जिसके बाद शिवपाल की पार्टी को चुनाव चिन्ह के रूप में स्टूल मिला है।
बता दें कि अखिलेश यादव से मतभेद के बाद शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी और 29 अगस्त 2018 को पीएसपी-एल का गठन किया था, लेकिन चुनावी मैदान में उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद इस बार मतभेदों को दरकिनार करते हुए, अखिलेश यादव ने 16 दिसंबर को अपने चाचा से मिलने के बाद सपा और पीएसपी-एल के बीच गठबंधन की घोषणा की थी। बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव की पार्टी को अखिलेश यादव ने छह सीटें दी हैं। हालांकि इसपर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।