चौथे चरण में बिहार के उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय गृहराज्य मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार नित्यानंद राय का बिहार सरकार के पूर्व मंत्री आरजेडी उम्मीदवार आलोक कुमार मेहता से सीधा मुकाबला है। नित्यानंद राय को तीसरी दफा सफलता पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं इनको रोकने के लिए तीसरी दफा राजद के आलोक कुमार मेहता भी संघर्ष कर रहे है। सब्जी उत्पादन का मुख्य केंद्र के रूप में चर्चित उजियारपुर संसदीय क्षेत्र के करीब 16 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र 2009 परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया था
2009 परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र पर एनडीए का कब्जा है। जेडीयू की अश्वमेघ देवी राजद के आलोक मेहता को 25 हजार से ज्यादा मतों से पराजित कर पहली सांसद बनी थी। 2014 में भाजपा के नित्याननंद राय ने कमल खिलाया था। इन्हें 3 लाख 17 हजार से अधिक मत मिले थे। राजद के उम्मीदवार आलोक कुमार मेहता को 2 लाख 56 हजार से अधिक मत हासिल हुए थे। ये साठ हजार से अधिक मतों से शिकस्त खा गए थे। 2019 चुनाव में नित्याननंद राय को जीत के अंतर में इजाफा मिला। 2 लाख 77 हजार से ज्यादा मतों से इनकी जीत हुई। इनके सामने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा थे। इन्हें 2 लाख 66 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए थे। जबकि बीजेपी उम्मीदवार नित्याननंद राय को 5 लाख 43 हजार से ज्यादा मत मिले। और जीत हासिल कर केंद्र में गृह राज्यमंत्री बने। इस बार उपेंद्र कुशवाहा राजग के साथ है और काराकाट संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे है।
नित्याननंद राय को अपना खास दोस्त बता चुके हैं गृहमंत्री अमित शाह
नित्याननंद राय की जीत के लिए इसी महीने गृहमंत्री अमित शाह अपील कर गए है। भाजपा, जेडीयू और लोजपा (रा) के नेता कमल तीसरी दफा खिलाने के लिए जोर लगा रहे है। वहीं राजद उम्मीदवार के लिए तेजस्वी और वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी आ चुके है। लेकिन खास बात कि गृहमंत्री अमित शाह ने नित्याननंद राय को अपना खास दोस्त बता गए है। इस संसदीय क्षेत्र में हाजीपुर – बछबाड़ा चार लेन वाली सड़क निर्माणाधीन है। सरायगंज में मेडिकल कालेज बनना बड़ा काम लगता है। अमृत भारत के तहत दलसिंहसराय, शाहपुर पटोरी रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार दिखता है। दलित टोला के बिजन पासवान बताते है कि टोले को सड़क से जोड़ना और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना उपलब्धि है। वहीं पांच किलो मुफ्त अनाज भी महिला मतदाताओं के बीच मायने रखती है। लेकिन राजद की जिलाध्यक्ष रोमा भारती इन उपलब्धियों को नकारती है।
छह विधानसभा वाले उजियारपुर संसदीय क्षेत्र में तीन राजग और तीन इंडिया गठबंधन के नेता प्रतिनिधित्व करते है। इसमें केवल पातेपुर विधानसभा इलाका वैशाली जिले का हिस्सा है। यहां के विधायक भाजपा के लखेन्द्र रौशन है। बाकी समस्तीपुर जिले में पड़ता है। सरायगंज के विधायक जद(एकी) के कद्दावर नेता व मंत्री विजय कुमार है। मोहिउद्दीन नगर के भाजपा के विधायक राजेश कुमार सिंह है। उजियारपुर से राजद नेता आलोक मेहता विधायक है। और ये ही लोकसभा चुनाव में राजद उम्मीदवार भी है। मोरवा विधानसभा क्षेत्र से राजद के रणविजय साहू और विभूतिपुर से माकपा के अजय कुमार विधायक है।
इस लिहाज से दबदबा दोनों ओर से है। और मुकाबला जबरदस्त है। कोइरी- यादव बाहुल्य इलाका होने की वजह से किसी उम्मीदवार को कम करके आंकना भूल होगी। लेकिन तीसरी दफा भाजपा का कमल खिलाना नित्याननंद राय के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। ये मोदी करिश्मा पर भी निर्भर है। इसलिए बात – बात में मोदी के विकास कामों को गिनाते है। वहीं राजद के आलोक मेहता लालटेन जलाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है।