चुनावों से पहले राजस्थान के मतदाताओं का मन टटोलने के लिए टाइम्स नाउ और सीएनएक्स ने चुनाव पूर्व सर्वेक्षण करवाया है। ये सर्वेक्षण 67 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया है। हर विधानसभा में 120 सैंपल लिए गए हैं। इस तरह पूरे प्रदेश के 8040 मतदाताओं की राय उनसे पूछी गई है। इस सर्वेक्षण में 4,250 पुरुषों और 3790 महिलाओं ने भाग लिया।
सर्वे के मुताबिक, राजस्थान के 48 फीसदी लोगों ने माना है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का शासन अच्छा नहीं था। जबकि 35 फीसदी जनता वसुंधरा राजे के समर्थन में है। 12 फीसदी लोग कामकाज को औसत मानते हैं तो 5 फीसदी लोग कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। राजस्थान के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर अच्छा प्रदर्शन किसका रहा है? इस सवाल के जवाब में 30.82 फीसदी लोगों ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिया जबकि वसुंधरा राजे को सिर्फ 22.25 फीसदी वोट ही मिल सके।
वहीं इस सवाल के जवाब में कि बेहतर कामकाज किस सरकार का रहा है, राज्य सरकार का या फिर केंद्र सरकार का? 63 फीसदी लोगों ने केंद्र की सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार को ही बेहतर बताया है। इस बात से ये साफ हो जाता है कि राजस्थान के लोग साल 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए वोट करने वाले हैं। सर्वे के मुताबिक, 53 फीसदी जनता पीएम नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट है। बात अगर राज्य के सबसे बड़े मुद्दों की करें तो राज्य के विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी को लोग सबसे बड़ा मुद्दा मानते हैं। हालांकि 27 फीसदी लोग यह भी मानते हैं कि विकास बड़ा मुद्दा है। वहीं प्रदेश के सिर्फ 1 फीसदी लोग ही मानते हैं कि रफाल डील भी इस चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगी।
वहीं जब लोगों से ये पूछा गया कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा पीएम नरेंद्र मोदी या फिर राहुल गांधी? करीब 69 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी को ही अपनी पहली पसंद के तौर पर चुना है। लेकिन बात जब राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री की हुई तो लोगों ने वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर सचिन पायलट का नाम लिया। वैसे बता दें कि राज्य की 200 विधानसभा सीटों पर आने वाले 7 दिसंबर को एक ही चरण में मतदान होने वाला है। मतों की गणना आगामी 11 दिसंबर को होगी।