तेलंगाना में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य की 119 सीटों के लिए एक महीने बाद 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इस बीच तेलुगु देशम पार्टी ने आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है, जिससे पार्टी की राज्य इकाई के भीतर हलचल मच गई है। यह 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद पहली बार होगा जब TDP विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। कुछ नेताओं ने टीटीडीपी कार्यालय में पार्टी के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया।
दरअसल, कौशल विकास घोटाले में टीडीपी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू अभी भी जेल में हैं इसलिए पार्टी ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया। टीडीपी, 2018 के चुनावों में केवल दो सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। टीडीपी तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष कसानी ज्ञानेश्वर को इस फैसले के बारे में पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने खुद बताया, जब चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को राजमुंद्री सेंट्रल जेल में उनसे मुलाकात की। नायडू ने उनसे तेलंगाना में पार्टी नेताओं को उन परिस्थितियों के बारे में बताने को कहा, जिनके कारण पार्टी को चुनाव से दूर रहना पड़ा।
TDP कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन
हालांकि, ज्ञानेश्वर द्वारा कार्यकर्ताओं को पार्टी के फैसले से अवगत कराने के बाद रविवार को हैदराबाद में एनटीआर ट्रस्ट भवन में टीटीडीपी कार्यालय में एक बड़ा नाटक देखा गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ नेताओं ने टीडीपी कार्यालय में पार्टी के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। टीडीपी का यह कदम अप्रत्याशित था। इससे पहले टीडीपी विधायक और अभिनेता एन. बालकृष्ण ने हाल ही में हैदराबाद में टीडीपी नेताओं के साथ बैठक की थी और उन्हें चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा था। बालकृष्ण चंद्रबाबू नायडू के रिश्तेदार हैं और उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा था कि टीडीपी तेलंगाना में पूरी ताकत से चुनाव लड़े।
कसानी ज्ञानेश्वर ने पहले भी कहा था कि टीडीपी तेलंगाना में सीमित सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, चंद्रबाबू नायडू ने पिछले साल दिसंबर में खम्मम में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने भरोसा जताया था कि पार्टी तेलंगाना में फिर से अपना गौरव हासिल करेगी। पार्टी ने 2018 में तेलंगाना में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था, फिर से कांग्रेस और सीपीआई के साथ चुनाव पूर्व समझौता किया था। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को 3.51 फीसदी वोट मिले थे।
न्यायिक हिरासत में हैं चंद्रबाबू नायडू
वहीं, कौशल विकास घोटाले में उनकी गिरफ्तारी के बाद चंद्रबाबू नायडू का परिवार और टीडीपी वर्तमान में विभिन्न अदालतों में कानूनी लड़ाई में व्यस्त हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को सीआईडी ने 9 सितंबर को करोड़ों रुपये के घोटाले में गिरफ्तार किया था तब से वह न्यायिक हिरासत में हैं और सीआईडी दो अन्य मामलों में उनकी संलिप्तता की भी जांच कर रही है।