Lok Sabha Election Results 2019 में शानदार जीत के बाद एनडीए में सबकुछ खुशी-खुशी नहीं होने के संकेत मिले हैं। मोदी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले बिहार सीएम और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार का बड़ा बयान सामने आया। दरअसल मोदी मंत्रिमंडल में जेडीयू का कोई भी सदस्य नहीं है। जनता दल यूनाइटेड ने इस बार बिहार में 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इनमें 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। सिर्फ किशनगंज सीट पर जेडीयू प्रत्याशी को कांग्रेस प्रत्याशी के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा।
नीतीश कुमार ने कहा, ‘हम लोग मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे। कल ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की ओर से प्रस्ताव आया था। सांकेतिक भागीदारी की बात थी। एनडीए के सहयोगी को एक-एक मंत्री को शामिल करने वाले थे। हम लोग बिहार में भी साथ हैं और केंद्र में भी। यह सांकेतिक भागीदारी की बात है तो हमने पार्टी में बात की है। पार्टी के नेता सिर्फ सांकेतिक भागीदारी पर सहमत नहीं थे। सभी एनडीए के साथ हैं। बिहार में मिलकर काम कर रहे हैं, करते रहेंगे।’
National Hindi News, 30 May 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार के बीजेपी से अरसे से धूप-छांव के संबंध रहे हैं। 2019 के बाद पीएम मोदी के साथ सार्वजनिक मंचों पर नजर नहीं आए नीतीश 10 सालों बाद लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान मोदी के साथ चुनावी मंच पर नजर आए थे। बिहार में महागठबंधन में बिखराव के बाद जेडीयू ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।
फिलहाल जेडीयू के इस कदम को लेकर एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं होने के संकेत जरूर मिले हैं। हालांकि नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में कह दिया किया कि सबकुछ ठीक है और नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन फिर भी उनके बयान में सांकेतिक भागीदारी के लिए असहमति की बात सामने आई थी। ऐसे में एक बार फिर बीजेपी के अपने सहयोगी दलों के साथ संबंधों को लेकर बहस तेज हो सकती है।