उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। सपा में शामिल होने के दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी को उखाड़ फेकेंगे। लेकिन उनकी बेटी व बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने दावा किया है कि उत्तरप्रदेश में फिर से भाजपा की ही सरकार बनेगी।
समाचार चैनल इंडिया टीवी से बात करते हुए बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी लड़ाई में जरूर रहेगी लेकिन सरकार भाजपा की बनेगी। वैसे यह जनता तय करेगी। जनता जिसको उचित समझेगी उसे अपना मत देगी और उसको प्रदेश में सरकार बनाने का न्यौता भी मिलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पार्टी मुझे पिता और भाई के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए कहेगी तो मैं निश्चित तौर पर जाऊंगी और नहीं करना होगा तो मना कर दूंगी।
इस दौरान उन्होंने अपने पिता के द्वारा दिए गए बयान कि भाजपा 45 पर सिमट जाएगी पर कहा कि उनका दावा इसलिए है क्योंकि उन्होंने हमेशा दलितों, पिछड़ों और शोषितों के लिए राजनीति की है। धरातल पर काम करने की वजह से ही उनके साथ जनाधार है और वे जहां जाते हैं वहां उनका जनाधार चल पड़ता है।
शुक्रवार को समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी ने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की आंखों में धूल झोंक कर सत्ता पाई थी। केशव मौर्य और स्वामी मौर्य का नाम उछालकर पिछड़ों के बलबूते सरकार बनाई थी। लेकिन बाद में गोरखपुर से लाकर बिठा दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि वह 80 और 20 का नारा दे रहे हैं। यह 80 और 20 नहीं होगा। अब तो होगा 15 और 85 का। 85 तो हमारा है 15 में भी बंटवारा है।
इसके अलावा मौर्य ने कहा कि स्वामी मौर्य ने पार्टी भले न बनाई हो, पर किसी पार्टी से हैसियत कम नहीं रखते हैं। हमने अखिलेश से हाथ इसलिए मिलाया, क्योंकि वह नौजवान हैं, पढ़े लिखे हैं और नई ऊर्जा हैं। हम बीजेपी को नेस्तनाबूद करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम जिसका साथ छोड़ते हैं उसका कहीं अता पता नहीं रहता है। मायावती इसकी मिसाल हैं।