शूटिंग की खेल में भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने वाली शूटर श्रेयसी सिंह बिहार चुनाव से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने जा रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी राज्य की जमुई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहीं हैं। बता दें कि पिछले महीने भाजपा जॉइन करने के बाद उन्हें तुरंत ही टिकट मिल गया था।
अर्जुन अवॉर्ड विजेता श्रेयसी सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज की ग्रेजुएट हैं। वे दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में दो शूटिंग इवेंट्स का हिस्सा रही थीं, हालांकि दोनों में ही उन्हें जीत नहीं मिली। इसके बाद ग्लासगो में उन्हें डबल ट्रैप में सिल्वर मेडल मिला था। 2014 में दक्षिण कोरिया के इकियोन में हुए एशियन गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक पर निशाना लगाया था। 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
श्रेयसी के मुताबिक, वे अपने राजनीतिक करियर के साथ खेल करियर को भी आगे बढ़ाना जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि यही वजह थी कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के बजाय विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया, क्योंकि लोकसभा क्षेत्र के मुकाबले विधानसभा क्षेत्र छोटा होता है। श्रेयसी के मुताबिक, वे आगे ओलिम्पिक में स्वर्ण जीतना चाहती हैं।
अपने चुनाव अभियान के दौरान श्रेयसी ने बताया था कि वे प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत पहल का चेहरा बनना चाहती हैं और बिहार में रोजगार पैदा करने के लिए काम करना चाहती हैं, ताकि राज्य के लोगों को अपनी कमाई के लिए दूसरे राज्यों का रुख न करना पड़े। श्रेयसी सिंह ने चुनाव आयोग को जो जानकारी दी है उसके मुताबिक, उनके पास 1.04 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है, वहीं 3.35 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है।
राजद के कद्दावर नेता को देंगी चुनौती: श्रेयसी सिंह जमुई की जिस विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही हैं, वह जमुई लोकसभा क्षेत्र में आती है, जिस पर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान पिछले साल ही चुने गए थे। यह सीट लंबे समय से लोजपा का गढ़ रही है। हालांकि, श्रेयसी को चुनौती देने वाले नेता लालू प्रसाद यादव के शासन के दौरान मंत्री रहे विजय प्रकाश यादव हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में अच्छे अंतर से राजद के लिए जीत हासिल की थी। विजय प्रकाश के भाई जयप्रकाश नारायण पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के काफी करीबी माने जाते हैं।