उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव के मद्देनजर सपा और बसपा के बीच गठबंधन का एलान हो चुका है। सीट बंटवारा भी हो गया। इस बीच सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल ने उनसे नजदीकी बढ़ाने के संकेत दिए हैं। शिवपाल यादव ने कहा कि हमारे बिना गठबंधन पूरा नहीं होगा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव ने बसपा-सपा गठबंधन पर कहा, “यह गठबंधन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बिना अधूरा है। सिर्फ एक सेक्युलर फ्रंट ही भाजपा को पटखनी दे सकता है।” शिवपाल यादव के इस बयान से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि वे अपने भतीजे अखिलेश से मेल बढ़ाना चाहते हैं।
Pragatisheel Samajwadi Party (Lohia) chief Shivpal Yadav on SP-BSP alliance: This alliance is incomplete without Pragatisheel Samajwadi Party, only a secular front can defeat BJP. pic.twitter.com/iuVwgsIJnr
— ANI UP (@ANINewsUP) January 12, 2019
हालांकि, मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की पार्टी का मजाक उड़ाते हुये कहा ‘भाजपा का पैसा बेकार हो जायेगा, क्योंकि वह ही शिवपाल की पार्टी चला रही है।’ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने शनिवार को इस आरोप को ”झूठा एवं निराधार” बताया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव को आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सी पी राय ने एक बयान जारी कर कहा, ”बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा यह आरोप लगाया गया कि भाजपा द्वारा शिवपाल यादव को आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है, यह आरोप झूठा एवं निराधार है। यह सभी को पता है कि कौन लोग आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और कौन सी पार्टी में टिकट बेचे जाते हैं।
कांग्रेस अकेले लड़ सकती है चुनाव: वहीं, इन सब के बीच उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन से अलग रखे जाने के बाद कांग्रेस के नेता फिलहाल इस पर कुछ कहने से बच रहे हैं, हालांकि सूत्रों का कहना है कि पार्टी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में अब अकेले चुनाव लड़ सकती है। वैसे, इस बड़े राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी तत्काल प्रतिक्रिया नहीं देगी और रविवार को लखनऊ में विस्तृत प्रतिक्रिया दी जाएगी। (एजेंसी इनपुट के साथ)