सोमवार को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान हुआ। इस दौरान भी ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठा। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि ईवीएम में साइकिल के निशान वाला बटन दबाने पर वीवीपैट मशीन में कमल का निशान दिखाई दे रहा है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में इससे पहले भी ईवीएम का मुद्दा उठ चुका है और कई विपक्षी पार्टियां और नेता ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत कर चुके हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठा चुके हैं। बीते सप्ताह किए गए अपने एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा था कि “पूरे देश में ईवीएम में गड़बड़ी हो रही है या फिर वोट भाजपा को जा रहा है। जिलाधिकारी कहते हैं कि पोलिंग स्टाफ ईवीएम चलाने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित नहीं है। 350 से ज्यादा ईवीएम बदली गई हैं। यह एक एक ऐसी चुनावी व्यवस्था के लिए, जिसे कराने में 50 हजार करोड़ रुपए का खर्च आता है, उसमें यह एक गंभीर आपराधिक लापरवाही है।”
अखिलेश के अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू भी ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं। पहले चरण के मतदान के बाद चंद्रबाबू नायडू ने चीफ इलेक्शन कमिशनर सुनील अरोड़ा से मुलाकात की थी और ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था। चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव आयोग के पक्षपाती होने का भी आरोप लगाया था। आंध्र प्रदेश के सीएम ने मांग की थी कि चुनाव फिर से बैलेट पेपर से कराए जाएं, ताकि चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता बची रहे। तेदेपा अध्यक्ष ने अपने एक बयान में कहा था कि ‘जिस तरह से चुनाव आयोग, एक संवैधानिक संस्था, अपने संवैधानिक कर्तव्यों की पूर्ति करने में असफल हो रहा है, उससे ना सिर्फ अव्यवस्था फैल रही है बल्कि यह भविष्य में देश के लोकतंत्र के लिए भी खतरा है।’
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को हटाने की भी मांग की है। पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को उनके पद से हटाया जाए। सपा नेताओं का आरोप है कि डीजीपी सत्ताधारी पार्टी का पक्ष ले रहे हैं और चुनावी नतीजों को उनके पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। सपा नेता धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि डीजीपी, भाजपा की मदद के लिए सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।