राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के एक अधिकारी ने कांग्रेस की नवनियुक्त महासचिव प्रियंका गांधी का निजी सचिव बनने के लिए नौकरी छोड़ दी। लोकसभा चुनाव में प्रियंका को दी गई बड़ी जिम्मेदारी के बाद कांग्रेस ने अपने भरोसेमंद और जांचे-परखे अधिकारी को उनके साथ तैनात किया है। धीरज श्रीवास्तव इससे पहले भी कई कांग्रेसी दिग्गजों के साथ अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। प्रियंका के सामने लोकसभा चुनाव 2019 में बड़ी चुनौती है।
कांग्रेस नेताओं के बेहद करीबी हैं श्रीवास्तवः 1994 बैच के RAS अधिकारी इससे पहले यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) रह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीवास्तव प्रधानमंत्री कार्यालय में भी काम कर चुके हैं और लंबे समय से राजीव गांधी फाउंडेशन में भी तैनात रहे हैं। खुद प्रियंका भी इसी फाउंडेशन में पदाधिकारी हैं।
प्रियंका के सामने है बड़ी चुनौतीः देश के सबसे बड़ी सियासी परिवार में करीब 30 सालों से पारिवारिक सदस्यों के लिए रणनीतिक मसलों पर बड़ी भूमिका निभा रहीं प्रियंका को इसी साल कांग्रेस में सक्रिय सदस्य के तौर पर एंट्री मिली है। उन्हें महासचिव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया है। कांग्रेस के नेता उनकी एंट्री को तुरुप का इक्का मान रहे हैं। ऐसे में उनके सामने खुद को साबित करने की भी बड़ी चुनौती है। उन्हें जिस क्षेत्र की कमान सौंपी गई है वो फिलहाल भाजपा का गढ़ बना हुआ है। इसी क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे दिग्गजों के निर्वाचन क्षेत्र आते हैं।