राजस्थान में चुनाव प्रचार जोरों पर हैं। सात दिसंबर का वोटिंग होनी हैं और ऐसे में मैदान में उतरी सियासी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार करने में व्यस्त हैं। जिन क्षेत्रों और संभागों के अंतर्गत अधिक विधानसभा सीटें आती हैं उन जगहों पर प्रचार के लिए पूरा फोकस किया जा रहा है और स्टार प्रचारकों को भेजा जा रहा है। लेकिन ऐसे में जैसलमेर जिला जहां सिर्फ दो विधानसभा क्षेत्र हैं वहां एक ही दिन बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं ने आकर इसे हॉट सीट बना दिया। आइए जानते हैं कि क्यों जैसलमेर की पोकरण सीट दोनों पार्टियों की नाक का सवाल बन गई है।

दरअसल पोकरण के रण में कांग्रेस ने धर्मगुरु गाजी फकीर के बेटे शालेह मोहम्मद को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने इसका तोड़ हिंदुत्व कार्ड से निकालने की कोशिश की और तारातरा मठ के महंत प्रताप पुरी को मैदान में उतार दिया है। इस तरह दो धर्मगुरुओं के एक-दूसरे के सामने मैदान में होने से यहां का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।

इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शैतान सिंह ने शालेह मोहम्मद को 34,444 वोटों से हराया था, वहीं 2008 में शालेह मोहम्मद ने शैतान सिंह को हरा दिया था। कांग्रेस ने तीसरी बार शालेह मोहम्मद को टिकट दिया है, वहीं भाजपा ने शैतान सिंह की बजाय हिंदू धर्म गुरु महंत प्रताप पुरी पर दांव खेला है।

बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस सीट पर चुनाव जीतना चाहती है इसलिए राहुल गांधी खुद इस सीट पर चुनावी सभा करने पहुंचे। इसके जवाब में बीजेपी ने हिंदूवादी नेता की छवि रखने वाले योगी आदित्यनाथ को इस सीट पर चुनाव प्रचार करने के लिए भेजा। दोनों राजनेताओं ने एक ही दिन यहां अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाएं की। परमाणु नगरी पोकरण में राजनीति के दो बड़े चेहरों को देखकर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता भी खासे उत्साहित थे। अब देखना यह है कि इस हॉट सीट पर बाजी कौन मारता है।