Congress Leader Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर केरल की वायनाड लोकसभा सीट से मैदान में हैं। वह कांग्रेस पार्टी के सबसे प्रमुख नेता माने जाते हैं। वह वायनाड से पहले उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा से सांसद बनते आ रहे थे। लेकिन उनका यह सफर बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी से हार के बाद थम गया था। यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। राहुल गांधी 2017 से लेकर 2019 तक कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।

साल 2004 में की राजनीति में एंट्री

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली और देहरादून में हुई। सुरक्षा कारणों के रहते बचपन का ज़्यादातर वक़्त राहुल गांधी ने अपने घर में ही बिताया। साल 2004 में वह अमेठी से सांसदी का चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ राजनीतिक मैदान में आ गए। उन्होंने बसपा उम्मीदवार चंद्र प्रकाश मिश्रा मटियारी को दो लाख नब्बे हज़ार से ज़्यादा वोटों से हराया। यहीं से कांग्रेस पार्टी के बड़े फैसलों, बड़ी बैठकों में हर जगह राहुल गांधी शामिल होने लगे।

उन्हें 2013 में पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ओर से राहुल गांधी काफी सक्रिय भूमिका में थे, लेकिन पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव 2019 में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा।

2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी राहुल गांधी बड़े अंतर से अमेठी से सांसद चुनकर लोकसभा पहुंचे।

अमेठी से हार गए चुनाव

लोकसभा चुनाव-2019 में राहुल गांधी ने अमेठी के साथ-साथ वायनाड से भी पर्चा भरा। कयास लगाए गए कि कांग्रेस ग्राउंड के हालात को भांप रही है। राहुल गांधी अमेठी से यह चुनाव हार गए। बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने उन्हें 55120 वोटों से मात दे दी।

अब 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह एक बार फिर वायनाड से चुनावी मैदान में हैं।