पुलवामा आतंकी हमले के बाद एयर स्ट्राइक और उस पर हो रही सियासत चुनाव की घोषणा के बाद और तेज हो गई है। इस बीच, सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा- अजहर मसूद को बीजेपी ने जेल से छुड़वाया। कांग्रेस के दो पीएम शहीद हुए लेकिन हम किसी के सामने नहीं झुके। राहुल गांधी दिल्ली में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसकी जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद ने ली थी, जिसका सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में बैठा है।

डोभाल गए थे छोड़ने: राहुल ने कहा- मसूद अजहर को वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल छोड़ने गए थे। बता दें कि कांधार हाईजैक के बाद एनडीए की सरकार के दौरान मसूद को भारत की जेल से रिहा करने का फैसला लिया गया था। राहुल उसी का जिक्र कर रहे थे।

राहुल ने पहले भी ट्वीट कर किया था जिक्र: बता दें कि राहुल ने हाल ही में ट्वीट फोटो पोस्ट करने के साथ ही राहुल ने लिखा था कि पीएम मोदी देश को बताएं कि वो भाजपा की सरकार थी जिसने एक भारतीय जेल से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को रिहा किया था। वहीं उत्तरी कर्नाटक में एक रैली में राहुल ने कहा था कि मोदी मुझे समझाएं कि किसने मसूद अजहर को रिहा किया था। इसके साथ ही राहुल ने कहा था कि पुलवामा में किसने सीआरपीएफ के जवानों की मौत की साजिश रची थी। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना का नाम क्या है ?

1999 का है मामला: इसके साथ ही राहुल ने कहा कि जैश के सरगना का नाम मसूद अजहर है। और 1999 में भाजपा की सरकार थी जिसने उसे भारतीय जेल से अफगानिस्तान के कांधार के रास्ते पाकिस्तान भेजा था। राहुल ने हमला करते हुए कहा- आप क्यों नहीं जनता को बताते कि जिस व्यक्ति ने सीआरपीएफ के जवानों को मारा उसको भाजपा ने ही पाकिस्तान भेजा था। हम आपकी तरह नहीं हैं। हम आतंक के सामने झुकते नहीं हैं। वहीं राहुल ने कहा कि वाजपेयी सरकार ने 1999 में इंडियन एयरलाइंस के अपहृच विमान आईसी 814 के बंधक यात्रियों के बदले अजहर को रिहा किया गया था।