गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। गृह मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बुलावा भेजा गया था लेकिन वह नहीं आए क्योंकि उन्हें वोट बैंक खिसकने का डर था। गृह मंत्री अमित शाह ने प्रचार के दौरान और भी कई मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी।

क्या बोले गृह मंत्री अमित शाह?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,”अखिलेश यादव, डिंपल यादव, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सभी को राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में आमंत्रित किया गया था। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। क्योंकि वे अपने वोट बैंक से डरते हैं। केवल राम मंदिर ही नहीं, पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी पुनर्निर्माण किया है, जिसे औरंगजेब ने नष्ट कर दिया था। पीएम मोदी ने हमारे आध्यात्मिक केंद्रों को पुनर्जीवित किया है।

राम मंदिर पर लग जाएगा ताला

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आ गया तो राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला लगा दिया जाएगा। गृह मंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस ने इस मामले को लंबे वक़्त तक लटकाए रखा और जब बीजेपी दूसरी बार सत्ता में आई तो बीजेपी ने राम मंदिर का केस भी जीता और निमार्ण भी कराया।

इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राहुल बाबा कहते हैं कि हम सरकार में आएंगे, तो धारा 370 और तीन तलाक वापस लाएंगे। मैं आपको बताता हूं कि गलती से भी ये राहुल बाबा और अखिलेश सत्ता में आ गए, तो ये दोनों शहजादे अयोध्या के राम मंदिर पर ‘बाबरी ताला’ लगा देंगे। गृह मंत्री ने कहा कि राहुल बाबा पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं और पाकिस्तान राहुल बाबा का समर्थन करता है।