Rae Bareli Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अगर रायबरेली सीट की बात करें तो यह सीट कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ रहा है। 1971 से अब तक तीन बार ही ऐसा हुआ है कि इस सीट पर किसी दूसरी पार्टी का कब्जा रहा हो। 1977 में एक बार बीएलडी (BLD) से राज नारायण और जबकि दो बार (1996, 98) इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है। इंदिरा गांधी इस सीट से दो बार सांसद रहीं, जबकि सोनिया गांधी इस सीट से चार बार संसद पहुंचीं। हालांकि, इस बार सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया। सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा पहुंचीं। वहीं अभी तक इस सीट से किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।

ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस प्रियंका गांधी को रायबरेली सीट से उम्मीदवार बना सकती हैं। 2019 में ऐसी अटकलें थीं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उतार सकती है। हालांकि, पार्टी ने उनकी जगह अजय राय को उतारने का फैसला किया था।

रायबरेली लोकसभा चुनाव 2019 का चुनाव परिणाम-

प्रत्याशीपार्टीकुल वोटवोट प्रतिशत
सोनिया गांधीकांग्रेस534918
55.78%
दिनेश प्रताप सिंहभाजपा367740
38.35%

रायबरेली लोकसभा चुनाव 2019 की बात करें तो इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी दिनेश प्रताप सिंह को हराया था।

रायबरेली लोकसभा चुनाव 2014 का चुनाव परिणाम-

प्रत्याशीपार्टीकुल वोटवोट प्रतिशत
सोनिया गांधीकांग्रेस526434
33.01%
अजय अग्रवालभाजपा173721
10.89%
प्रवेश सिंहबसपा63633
3.99%

2014 रायबरेली लोकसभा सीट की बात करें तो इस पर कांग्रेस उम्मीदवार सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। सोनिया ने बीजेपी प्रत्याशी अजय अग्रवाल को मात दी थी। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा प्रत्याशी प्रवेश सिंह रहे थे।

रायबरेली लोकसभा सीट पर 16 बार रहा कांग्रेस का कब्जा-

1977 में जनता पार्टी से राजनारायण और 1996-98 में बीजेपी के अशोक कुमार सिंह ही यहां से गैर कांग्रेसी सांसद रहे। इसके बाद यहां की जनता ने फिर किसी भी गैर कांग्रेसी प्रत्याशी को मौका नहीं दिया। तब से लगातार इस सीट पर नेहरू-गांधी परिवार का वर्चस्व बना हुआ है। इस वीआईपी जिले की संसदीय सीट पर 16 बार कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा है।

रायबरेली लोकसभा सीट पर कुल कितने मतदाता-

रायबरेली में कुल 18 लाख मतदाता हैं। इनमें से करीब 34 फीसदी दलित हैं। परंपरागत से यह समुदाय कांग्रेस का कोर वोटर रहा है, लेकिन बीजेपी इसे अपने पाले में लगातार करने की कोशिश करती रही है। इसी कोशिश और रणनीति के तहत पिछले साल बीजेपी ने जिला अध्यक्षों का फेरबदल करते हुए बुद्धिलाल पासी को रायबरेली की जिलाध्यक्ष बनाया था। रायबरेली में कुल मतदाताओं में एक-चौथाई वोटर पासी समाज से आते हैं। माना जाता है कि 4.5 लाख पासी मतदाता है।