पीएम मोदी के पंजाब में सुरक्षा चूक को लेकर अब पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी ने बड़ा दावा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी की हत्या की बड़ी साजिश थी। एएनआई से बात करते हुए बेदी ने पंजाब पुलिस की भी खिचाई की है।
किरण बेदी ने पीएम के काफिले के समय पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मौजूद नहीं रहने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कोई हमले की योजना थी? उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का पुल पर रूकना काफी खतरनाक था, पुल के नीचे टाइम बम लगा कर उड़ाया जा सकता था।
पूर्व आईपीएस अधिकारी बेदी ने कहा- “राज्य के गृह मंत्री और गृह सचिव भी मौजूद नहीं थे। जिलाधिकारी भी नदारद रहे। क्या उल्लंघन एक पूर्व नियोजित साजिश थी”? उन्होंने आगे आरोप लगाया कि यह स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री की घात का मामला है। बेदी ने आगे कहा कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है। इसके लिए डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को जवाब देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा- “एक पुल के ऊपर एक वीआईपी की गाड़ी को रोक लो, और फंसा लो उसको, इससे बड़ा खतरनाक और क्या हो सकता है। बाल-बाल बच गए, प्रधानमंत्री जी इतनी देर पुल पर रहे, पुल के नीचे आप कुछ भी बम लगा सकते थे, टाइम बम लगा सकते थे, रिमोर्ट कंट्रोल से भी बम चला सकते थे।”
बता दें कि पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी की एक रैली थी, जहां से वो भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत करने वाले थे, साथ ही कई परियोजनाओं का शिलांन्यास और उद्घाटन भी करने वाले थे। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी भटिंडा एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग से फिरोजपुर के लिए निकले, लेकिन एक फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट रूकने के बाद उन्होंने अपना दौरा कैंसिल कर दिया और वापस लौट गए।
बताया गया कि पीएम की सुरक्षा में चूक होने की वजह से यह दौरा कैंसिल कर दिया गया है। बीजेपी ने इसके लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराना शुरू कर दिया। कहा गया कि पीएम के रास्ते पर कुछ प्रदर्शनकारी किसान आ गए थे, जिससे पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ पाया।
हालांकि कांग्रेस की ओर से इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया कि पीएम की जान को कोई खतरा नहीं था। पंजाब के सीएम चन्नी ने कहा कि अगर पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम उसकी जांच करेंगे, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि उनकी जान को कोई खतरा नहीं था।