पंजाब में विधानसभा की 4 सीटों पर हुए उपचुनावों में कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, एक सीट शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के खाते में गई। शुरुआती रुझानों में ही कांग्रेस को जलालाबाद, फगवाड़ा और मुकेरियां सीट पर बढ़त मिल गई थी, जबकि अकाली दल दाखा सीट से आगे चल रही थी। उधर, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है।
मुकेरियां सीट से भाजपा प्रत्याशी जंगी लाल महाजन अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस प्रत्याशी इंदु बाला से 212 मतों से पीछे चल रहे हैं। वहीं, दाखा सीट पर शिरोमणि अकाली दल प्रत्याशी मनप्रीत सिंह अयाली अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस उम्मीदवार संदीप संधू से 759 मतों से आगे चल रहे हैं। जलालाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार रमिंदर अवला शिअद प्रत्याशी राज सिंह दिबीपुरा से 5,936 मतों से आगे चल रहे हैं।
उधर, हिमाचल प्रदेश की 2 विधानसभा सीटों में से एक पर बीजेपी ने जीत हासिल कर ली है। वहीं, दूसरी सीट पर भी भगवा पार्टी की जीत पक्की मानी जा रही है।
कर्ण समेत अन्य सभी 5 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। हारने वाले अन्य चार उम्मीदवार जिनकी जमानत जब्त हुई, उनमें परवेश शर्मा (2,345 मत), मनोहर लाल धीमान (887 मत), निशा कटोच (435 मत) और सुभाष चंद शुक्ला (368 मत) शामिल हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार करीब 3,000 मतों के अंतर से हारे थे। धर्मशाला में 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के किशन कपूर का कांग्रेस के सुधीर शर्मा पर जीत का अंतर 2,997 मत था। धर्मशाला से मौजूदा विधायक किशन कपूर के मई में हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर, सांसद बन जाने के कारण इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी।
हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंद्र कर्ण की जमानत जब्त हो गई। वह कुल वोटों का छठा हिस्सा भी हासिल नहीं कर पाए। कर्ण को कुल वैध 52,485 मतों में से सिर्फ 8,212 वोट मिले। उन्हें कुल वैध वोटों का छठा हिस्सा यानी 16.67 प्रतिशत से कम 15.64 प्रतिशत मत मिले। इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार विशाल नेहरिया और बागी उम्मीदवार राकेश कुमार के बीच था, जिन्होंने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। नेहरिया ने कुमार को 6,758 मतों के अंतर से हराया। चुनाव में कुल 7 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
पच्छाद में भाजपा की रीना कश्यप अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के गंगू राम मुसाफिर से आगे चल रही हैं। धर्मशाला और पच्छाद सीट पर उपचुनाव कराने इसलिए जरूरी हो गए थे, क्योंकि मौजूदा विधायक भाजपा के सुरेश कश्यप और किशन कपूर मई में हुए लोकसभा चुनाव में जीत गए थे।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की दो सीटों में से एक पर भाजपा ने अपना कब्जा कर लिया है और दूसरी सीट भी उसके हिस्से आना लगभग तय है। भाजपा प्रत्याशी विशाल नेहरिया ने 6,673 मतों के अंतर से मिली जीत के साथ धर्मशाला सीट अपने नाम कर ली है। नेहरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी, राकेश कुमार को हराया है। कांग्रेस के उम्मीदवार विजय इंदर करन तीसरे स्थान पर रहे।
बिहार की 5 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ। इनके साथ कर्नाटक की 15, यूपी की 11, मध्य प्रदेश-केरल की 5-5, गुजरात, असम व पंजाब की 4-4 विधानसभा सीटों पर भी वोटिंग हुई। वहीं, मध्य प्रदेश, मेघालय, ओडिशा, पुडुचेरी, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ की एक-एक और राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु व हिमाचल की 2-2 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए।