20 फ़रवरी को पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। विधानसभा चुनाव से पहले एक संस्था द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल की संपत्ति 100 करोड़ बढ़ गई है। वहीं राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की संपत्ति पिछली बार की तुलना में 5 करोड़ घटी है। इसके अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की संपत्ति में भी करीब 20 करोड़ का इजाफा हुआ है।

चुनाव व्यवस्था और नेताओं पर नजर रखने वाली एडीआर और पंजाब इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार जलालाबाद से अकाली दल के उम्मीदवार सुखबीर सिंह बादल की संपत्ति पिछले पांच सालों में 100 करोड़ बढ़ी है। 2017 में उनकी संपत्ति करीब 102 करोड़ थी जो साल 2022 में 202 करोड़ हो गई है। वहीं सुखबीर सिंह बादल के चचेरे भाई और कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं जिनकी संपत्ति में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है। मनप्रीत बादल की संपत्ति 2017 में 40 करोड़ थी जो इस बार के विधानसभा चुनाव में 72 करोड़ हो गई है।

वहीं इस सूची में तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के सुनाम विधानसभा से उम्मीदवार अमन अरोड़ा हैं। अमन अरोड़ा के हलफनामे के अनुसार साल 2017 में उनकी संपत्ति करीब 66 करोड़ थी जो 2022 में बढ़कर 95 करोड़ हो गई है। इसके अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब लोक कांग्रेस के चीफ कैप्टन अमरिंदर सिंह की संपत्ति में काफी इजाफा हुआ है। चुनावी हलफनामे के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह की संपत्ति साल 2017 में करीब 49 करोड़ थी और जो 2022 में करीब 69 करोड़ हो चुकी है।

हालांकि राज्य के कुछ प्रमुख नेताओं की संपत्ति में कमी भी आई है। इसमें राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू का नाम शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार सीएम चन्नी की कुल संपत्ति साल 2017 में करीब 15 करोड़ थी जो 2022 में घटकर 10 करोड़ हो गई है। वहीं नवजोत सिंह सिद्धू की संपत्ति में भी करीब 1 करोड़ की कमी आई है। सिद्धू की संपत्ति साल 2017 में करीब 46 करोड़ थी जो इस बार करीब 45 करोड़ हो गई है। इसके अलावा अमृतसर ईस्ट से नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे अकाली दल के उम्मीदवार बिक्रम मजीठिया की संपत्ति भी घटी है। साल 2017 में मजीठिया की संपत्ति करीब 25 करोड़ थी जो इस बार के चुनाव में 12 करोड़ हो गई है।

रिपोर्ट के अनुसार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे 78 उम्मीदवारों की संपत्ति 2 से लेकर 2954 प्रतिशत तक बढ़ी है। वहीं 21 विधायकों की संपत्ति 2 से लेकर 74 फीसदी तक घटी है। सबसे ज्यादा संपत्ति अकाली दल के उम्मीदवारों की बढ़ी है