पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में दिड़बा सीट पर दो कबड्डी प्‍लेयर आमने-सामने हैं। एक तरफ शिरोमणी अकाली दल (बादल) के टिकट पर गुलजार सिंह मूनक हैं तो दूसरी तरफ शिरोमणी अकाली दल (संयुक्‍त) के टिकट पर सोमा सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। ये दोनों उम्‍मीदवार दिड़बा विधानसभा के मौजूदा आम आदमी पार्टी के विधायक हरपाल सिंह चीमा पर विकास नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं।

गुलजार सिंह और सोमा सिंह भले ही एक-दूसरे के आमने-सामने लड़ रहे हैं, लेकिन एक-दूसरे के प्रति सम्‍मान का भाव रखते हैं। गुलजार सिंह कहते हैं, “कबड्डी के खेल में सोमा मेरे सीनियर हैं और मैं उनका सम्‍मान करता हूं। मैं उन पर कोई भी निजी हमला नहीं करूंगा, क्‍योंकि मैंने अपने से बड़ों का हमेशा सम्‍मान किया है, लेकिन मैं उनकी पार्टी SAD (Sanyukt) को जरूर एक्‍सपोज करूंगा, जिसने बीजेपी से हाथ मिलाया हुआ है।”

वहीं, SAD (Sanyukt) के उम्‍मीदवार सोमा सिंह कहते हैं, “मुझे लोगों का अच्‍छा रेस्‍पॉन्‍स मिल रहा है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस या SAD (Badal) किसी ने भी क्षेत्र में विकास नहीं किया है। अब हमारी पार्टी ही उम्‍मीद की किरण है।”

उधर, आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक हरपाल सिंह चीमा उम्‍मीद कर रहे हैं कि उन्‍हें जनता इस बार भी मौका देगी। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्‍होंने कांग्रेस के कैंडिडेट को हराया था। चीमा लगातार राज्‍य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में इंडस्‍ट्री लाने के लिए उन्‍होंने कई बार सरकार को लेटर लिखे, लेकिन राज्‍य सरकार ने उनके पत्रों को नजरअंदाज किया।

हरपाल सिंह चीमा कहते हैं कि उन्‍होंने जो भी प्रयास किए हैं, जनता उन्‍हें जानती हैं। चीमा न कहा, “मुझे जनसमर्थन मिल रहा है और मुझे पूरी उम्‍मीद है कि मैं ये चुनाव जीत जाऊंगा।”

हरपाल सिंह चीमा कहते हैं कि उन्‍होंने जो भी प्रयास किए हैं, जनता उन्‍हें जानती हैं। चीमा न कहा, “मुझे जनसमर्थन मिल रहा है और मुझे पूरी उम्‍मीद है कि मैं ये चुनाव जीत जाऊंगा।” चीमा का दावा है कि विपक्ष का नेता होने के नाते सरकार ने उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को बाधित किया। स्‍थानीय निवासियों ने द ट्रिब्‍यून से बातचीत में कहा कि जब चीमा लीडर ऑफ ऑपोजीशिन चुने गए तो हमें एक उम्‍मीद जगी थी, लेकिन विपक्ष का नेता बनने के कारण उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य रुक गए। अब हमें यह दावे के साथ नहीं कह सकते हैं कि यह चीमा की विफलता है या सरकार ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया। दिड़बा विधानसभा में में कुल 1,72,684 वोटर्स हैं। इनमें 93,561 पुरुष के वोट हैं, जबकि 79,121 महिला वोटर हैं।