पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले को लेकर राजनीतिक बवडंर जारी है। इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच, पीएम मोदी का काफिला जहां फंसा था, वहां मौजूद चश्मदीद आर.एस. लिड्डर ने पंजाब पुलिस पर बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने न प्रदर्शनकारियों को हटाया और न किसानों को वहां से हटाया।

न्यूज18 के डिबेट शो ‘डंके की चोट पर’ के दौरान आर.एस. लिड्डर ने दावा किया,” हम लोग गाड़ी से नहीं निकले, इसके कुछ देर बाद सामने से कुछ लोग आते दिखाई दिए, वो आगे चले गए। वो भाजपा के कार्यकर्ता थे और उनके नेता उन लोगों को समझा-बुझाकर लेकर जा रहे थे और इस तरह से झड़प होते-होते बच गई।”

उन्होंने बताया, ”बाद में हम लोगों को मीडिया से पता चला कि (आधा घंटा बाद) उसी रोड पर एक और पुल था, जहां प्रधानमंत्री मोदी भी फंस गए। हैरानी की बात है कि एक-दो किसानों को पुलिस की गाड़ी लेकर खुद लेकर आई।” उन्होंने कहा कि पुलिस के अपने तंत्र को पता है कि रोड ब्लॉक होगी, इसके बावजूद उसी रोड पर पीएम को कैसे लाया गया?

लिड्डर ने पंजाब पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ”मैं फिरोजपुर का डीसी रहा हूं 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी चुनाव के दौरान आए थे और वहां ठहरे थे। तब मैंने वहां एक पत्ता तक नहीं हिलने दिया था।”

बता दें कि पंजाब में पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। दूसरी तरफ, भाजपा कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगा रही है जिसके जवाब में पंजाब में सत्ताधारी दल कांग्रेस का कहना है कि फिरोजपुर रैली में 70000 कुर्सियां लगाई गई थीं, जबकि 700 लोग आए थे। इसलिए पीएम मोदी वापस चले गए।

पूरे मामले पर पंजाब के सीएम चन्‍नी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा, ‘अगर पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो हम उसकी जांच करेंगे, लेकिन मैं इतना कह सकता हूं कि उनकी कोई खतरा नहीं था। उन पर कोई हमला नहीं हुआ।”