पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल प्रचार अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी चुनावों में अपनी-अपनी जीत के दावे करते दिखाई दे रहे हैं तो शिरोमणि अकाली दल भी इस रेस में खुद को पीछे नहीं देख रही है। पार्टी के अध्यक्ष और जलालाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) का कहना है कि पंजाब का सीएम कोई भी हो सकता है, बस उसमें कुव्वत होनी चाहिए।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने मुख्य लड़ाई कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच होने के सवाल पर कहा, “मुझे लगता है कि यह इलेक्शन चुनावी सर्वे के अंत का प्रतीक होगा क्योंकि पहले ‘पेड न्यूज’ हुआ करता था, अब यह ‘पेड पोल’ है। अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए दिल्ली के 800 करोड़ रुपये से अधिक के कोष का दुरुपयोग किया है।” बादल ने कहा, “इन चैनलों ने पोल के लिए मुझसे भी संपर्क किया था लेकिन मैंने कहा नहीं, मेरे पास आपको देने के लिए 20 करोड़ रुपये नहीं हैं।”
बादल ने कहा, “पिछली बार इन्हीं सर्वे करने वालों ने कहा था कि आम आदमी पार्टी को 100 सीटें मिलेंगी लेकिन उनको केवल 20 सीटें मिलीं और वह भी तब जब सभी लोग अकाली दल के खिलाफ थे और आम आदमी पार्टी की लहर थी। हमने फिर भी 31 फीसदी वोट हासिल किए थे, कांग्रेस को 36 फीसदी और आम आदमी पार्टी को 21 फीसदी वोट मिले थे। दो साल बाद लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 21 फीसदी से 6 फीसदी पर आ गया और अकाली दल का वोट शेयर बढ़ा।”
सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “6-8 महीने पहले, पंजाब में 13 निगम कमेटी के चुनाव हुए। 1,300 समितियों में से आप को केवल 25, हमें 400 मिलीं। आप मेरी बातों को नोट कर लें, हम सरकार बनाने जा रहे हैं।” उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस 15 से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी।
बादल ने कहा, “कांग्रेस में पूरी तरह से बगावत है। आप माझा और दोआबा इलाकों में कहीं नहीं है और इस बार आप की कोई लहर नहीं है। दूसरे, केजरीवाल ने परोक्ष रूप से खुद को मुख्य चेहरे के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है, जो पंजाबियों को बिल्कुल भी नहीं चाहिए।” क्या कोई हिंदू पंजाब का सीएम बन सकता है? इस सवाल पर सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “मुझे लगता है कि कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है, बशर्ते वह सक्षम होना चाहिए। उसमें नेतृत्व करने की क्वालिटी होनी चाहिए। हिंदू, सिख या मुस्लिम में अंतर क्यों?”