पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) की दावेदारी मानी जा रही है। वहीं, जालंधर में एक वर्चुअल रैली के मंच से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पार्टी का एजेंडा लागू करने वाले के नाम के बहाने यह सवाल पूछ लिया।

राहुल गांधी की मौजूदगी में मंच से संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा, “राहुल जी, सबसे बड़ा सवाल है जो पंजाब के लोग पूछते हैं कि इस एजेंडे को लागू कौन करेगा? कौन होगा वह? सिद्धू ने कहा कि हाईकमान का फैसला मानेंगे, जो फैसला होगा उसे हम मानेंगे।”

इसके बाद, वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी दोनों ने मुझे आश्वासन दिया कि दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते हैं, एक ही व्यक्ति नेतृत्व करेगा। दोनों ने कहा कि जो भी नेतृत्व करेगा, दूसरा व्यक्ति कसम खाकर अपनी पूरी शक्ति उसकी मदद में लगाएगा।” राहुल गांधी ने कहा, “अगर कांग्रेस पार्टी, पार्टी कार्यकर्ता और पंजाब चाहता है तो फिर हम मुख्यमंत्री का निर्णय लेंगे, हम इसका निर्णय अपने कार्यकर्ताओं से पूछकर लेंगे।”

जालंधर की वर्चुअल रैली के दौरान सीएम चन्नी और सिद्धू एक-दूसरे के गले मिले और उन्होंने ‘एक’ होने का संदेश देने की कोशिश की। काफी समय से इन दोनों नेताओं के बीच खींचतान की खबरें आती रही हैं। सिद्धू कई मौकों पर सीएम चन्नी और पंजाब की कांग्रेस सरकार पर ही हमलावर रहे हैं।

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बढ़ी सरगर्मी के बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्‍था टेकने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी, प्रदेश अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राहुल गांधी का पंजाब का ये पहला दौरा है।

दूसरी तरफ, पंजाब कांग्रेस के नेता जगमोहन एस कांग ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपने बेटे यादवेंद्र को खरड़-52 विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने का अनुरोध किया है। कांग ने कहा कि, सीएम चन्नी उनसे राजनैतिक ईर्ष्या कर रहे हैं जिन्हें मैं कठोर कदम उठाने की चेतावनी देता हूं।