पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के अभियान को तगड़ा झटका लगा है। राज्य में पार्टी का दलित चेहरा और पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। मान ने शुक्रवार को पार्टी के साथ-साथ पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन के पद से भी इस्तीफा दे दिया।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, हालांकि वाल्मीकि माधवी सिख मान ने अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। लेकिन वह आम आदमी पार्टी के साथ संपर्क में हैं और आने वाले दिनों में वह आप में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक भावुक पत्र लिखा है।

मान पूर्व सीएम बेअंत सिंह, रजिंदर कौर भट्ठल, हरचरन सिंह बरार एवं कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में मान ने कहा है, ”मेरा सपना था कि जब मैं मरूं, तो मेरे शरीर पर कांग्रेस का तिरंगा लपेटा जाए, मैं आखिरी सांस तक कांग्रेस पार्टी में रहना चाहता था। लेकिन पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले में कांग्रेस पार्टी दोषी है और अब मेरी आत्मा मुझे कांग्रेस में बने रहने की इजाजत नहीं दे रही है।”

जोगिंदर सिंह मान ने आगे लिखा है, ”महाराजा, जमींदार और कैप्टन अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य मौकापरस्त अपने राजनीतिक हितों के लिए पार्टी में आए, जिसके बाद पार्टी अपने मूल्यों से भटक गई और सारा ध्यान केवल चुनाव लड़ने और सत्ता हथियाने तक ही केंद्रित रह गया।”

उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ महीनों से रातों को ठीक से सो नहीं पा रहे थे क्योंकि वह उन लाखों एससी छात्रों को लेकर परेशान थे जिनका करियर इस घोटाले के कारण बर्बाद हो गया। मान ने हाल ही में लिए गए कैबिनेट के एक फैसले की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि दोषियों को सजा देने के बजाय पार्टी उन्हें पनाह दे रही है।”

जोगिंदर सिंह मान के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि आप उन्हें फगवाड़ा से उम्मीदवार घोषित कर सकती है। मान फगवाड़ा से तीन बार विधायक रह चुके हैं।