कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जल्द ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करेगी। उन्होंने कहा कि इसका फैसला कार्यकर्ता करेंगे। गौरतलब है कि मौजूदा सीएम चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सीएम पद को लेकर मची होड़ को देखते हुए राहुल गांधी ने यह बयान देकर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “दो लोग नेतृत्व नहीं कर सकते, केवल एक ही कर सकता है।”

राहुल गांधी ने कहा कि जल्द से जल्द हम मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा कि आम तौर पर हम मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा नहीं करते हैं। लेकिन अगर कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं, तो हम एक चेहरे का भी चयन करेंगे। लेकिन इसके लिए हम कार्यकर्ताओं से परामर्श करेंगे। वहीं इसका फैसला करेंगे।

सिद्धू और चन्नी को साफ संदेश: बता दें कि पंजाब में आगामी 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव होंगे। ऐसे में राहुल ने पार्टी के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत जालंधर से की। आए दिन सिद्धू और चन्नी के बयानों से कांग्रेस की खराब छवि बनने को लेकर राहुल गांधी ने दोनों को साफ संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी को दो लोग लीड नहीं कर सकते। केवल एक ही कर सकता है।

चन्नी और सिद्धू को लेकर उन्होंने कहा कि एक अगर पार्टी का नेतृत्व करता है, तो दूसरे ने अपना समर्थन देने का वादा किया है। राहुल ने कहा कि दोनों के दिलों में कांग्रेस के विचार हैं।”

सिद्धू ने कहा- राहुल का फैसला मंजूर होगा: राहुल गांधी ने कहा कि “हमारा अनुभव है कि सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए अपना खून बहाया है। चाहे कुछ भी हो, हम कभी भी राज्य में शांति के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। हम सभी को साथ लेकर चलना जानते हैं। मैंने आप लोगों से, मनमोहन सिंह जी से काफी सीखा है। वहीं सीएम पद के उम्मीदवार को लेकर राहुल के ताजा बयान पर राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला लेगा, उन्हें मंजूर होगा।

चुनाव से पहले प्रकाश सिंह बादल के नाम रिकॉर्ड: पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ते सियासी पारे के बीच शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज किया है। दरअसल 94 साल के प्रकाश सिंह बादल इस बार चुनाव लड़ने वाले देश के सबसे उम्रदराज प्रत्याशी होंगे।

इससे पहले यह रिकॉर्ड केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के नाम था। उन्होंने 2016 में 92 साल की उम्र में विधानसभा का चुनाव लड़ा था। माना जाता है कि बादल ऐसे नेता हैं जिनकी जरूरत शिरोमणि अकाली दल को आज चुनावों में महसूस होती है।