पंजाब विधानसभा चुनाव आगामी 20 फरवरी को होना है। ऐसे में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के प्रधान सलाहकार विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। बता दें कि पंजाब के पूर्व डीजीपी व सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि मुस्तफा के ऊपर भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज किया गया है।
चन्नी सरकार में मंत्री रजिया सुल्तान के पति मोहम्मद मुस्तफा ने अपने खिलाफ दर्ज हुए मामले को निराधार बताया है। बता दें कि एक समय में मोहम्मद मुस्तफा कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी हुआ करते थे। लेकिन आज इस विवाद को लेकर खुद कैप्टन ने ही मुस्तफा की गिरफ्तारी की मांग की है।
क्या था बयान: दरअसल मुस्तफा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जोकि मुस्लिम बाहुल्य इलाका मलेरकोटला का बताया जा रहा है। जहां आप और कांग्रेस दोनों के कार्यक्रम थे। इस दौरान वो कहते हुए सुनाई दे रहे हैं “मैं कानून को मानने वाला इंसान हूं। मैं कौमी फौजी हूं। मैं कौमी सिपाही हूं। मैं हिंदुओं और आरएसएस का एजेंट नहीं हूं कि डर जाऊंगा और घर में बैठूंगा। अगर मेरे कार्यक्रम में ऐसा दोबारा हुआ तो खुदा कसम इनके घर में घुस कर मारूंगा। आज मैं सिर्फ वॉर्निंग दे रहा हूं।’
आरोप है कि उन्होंने आप कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। बता दें कि वीडियो वायरल होने के उनपर मामला दर्ज कर लिया गया है। जिसके बाद उन्हें पुलिस ने नोटिस जारी किया गया था।
कौन हैं मोहम्मद मुस्तफा: मुस्तफा 1985 बैच के आईपीएस अफसर रहे थे। उन्हें चार बार राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है। मीडिया को दिए साक्षात्कार में मुस्तफा ने कहा था कि उनकी पहली पोस्टिंग तरन तारन जिले में हुई थी। जहां से वो प्रमोट होकर आईजी बने। उनकी तैनाती सभी सीमावर्ती जिलों रही। वो 28 फरवरी 2021 को रिटायर हुए और 19 अगस्त 2021 को नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें अपना प्रधान सलाहकार नियुक्ति किया था।