गृहमंत्री अमित शाह ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, जिसमें उन्होंने पंजाब में आम आदमी पार्टी और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के संबंधों की जांच कराने की मांग की थी। केजरीवाल की पार्टी पर ये आरोप आप के संस्थापक सदस्यों में से एक और मशहूर कवि कुमार विश्वास ने भी लगाए हैं। वहीं इसी संगठन ने 19 फरवरी को पंजाब में बंद बुलाया है, जिसके बाद देशव्यापी अलर्ट जारी किया गया है।
पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को लिखे गए एक पत्र में गृहमंत्री अमित शाह ने ये बातें कही है। इससे पहले चन्नी ने गृह मंत्री को लिखे पत्र में दावा किया था कि सिख फॉर जस्टिस, जो एक प्रतिबंधित संगठन है, आप के साथ लगातार संपर्क में है। अपने दावे के समर्थन में, चन्नी ने सिख फॉर जस्टिस के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक पत्र संलग्न किया था। चन्नी ने कहा- “यह उल्लेख किया गया है कि एसएफजे ने 2017 में राज्य विधानसभा के चुनाव में आप को समर्थन दिया था और इसी तरह इन चुनावों में भी एसएफजे ने मतदाताओं से आम आदमी पार्टी को वोट देने की अपील की है”।
इसी का जवाब देते हुए शुक्रवार को अमित शाह ने एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा- “आपके पत्र के अनुसार, चुनाव के दौरान एक राजनीतिक दल का एक राष्ट्र-विरोधी, अलगाववादी और प्रतिबंधित संगठन के संपर्क में होना और समर्थन मांगना, राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में एक गंभीर मामला है। ऐसे लोगों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है। यह निंदनीय है कि कुछ लोग सत्ता हासिल करने के लिए अलगाववादियों के साथ मिलकर पंजाब और देश की एकता को चोट पहुंचाने की हद तक जा सकते हैं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसके बाद लिखा कि वो उनको विश्वास दिलाते हैं कि किसी को भी देश की एकता को भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। भारत सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और वो व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखेंगे।
देशव्यापी अलर्ट जारी- इसके अलावा पंजाब में वोटिंग से पहले इसी प्रतिबंधित संगठन ने ‘रेल-पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने देशव्यापी अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है। जिसमें उसने 19 फरवरी को ‘रेल-पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। इसके साथ ही पन्नू ने अपने अनुयायियों से पंजाब में मतदान केंद्रों पर “केसरी खालिस्तान” के झंडे लगाने और चुनाव के दिन “खालिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाने को कहा है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने यह भी कहा कि दिवंगत पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, जरनैल सिंह भिंडरावाले के सच्चे अनुयायी थे और उन्होंने हमेशा एक अलग खालिस्तान की मांग का समर्थन किया था। बता दें कि पिछले साल 26 जनवरी को लाल किला हिंसा के आरोपियों में शामिल दीप सिद्धू की 15 फरवरी को एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।