पंजाब में कांग्रेस भले ही सीएम पद के लिए चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगा चुकी हो, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर अभी भी चर्चाएं थम नहीं रही हैं। रविवार को राहुल गांधी ने चन्नी को सीएम कैंडिडेट घोषित करते हुए कहा कि पंजाब के लोग गरीब घर के मुख्यमंत्री चाहते थे, इसलिए चन्नी के नाम की वो घोषणा कर रहे हैं।
कहा ये भी जा रहा था कि चन्नी का दलित होना कांग्रेस को फायदा पहुंचा सकता है। अब एबीपी सी-वोटर के सर्वे में भी कुछ ऐसा ही दिख रहा है। सर्वे की मानें तो एससी वोटरों की पहली पसंद चन्नी बने हुए हैं। 44 प्रतिशत एससी मतदाताओं ने चन्नी के पक्ष में वोट किया तो वहीं 11 प्रतिशत सिद्धू के साथ दिखे। वहीं 45 प्रतिशत लोगों ने ‘पता नहीं’ का ऑप्शन चुना।
इसी सर्वे के अनुसार सिख समुदाय में भी चन्नी, सिद्धू पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। सिख समुदाय का 33 प्रतिशत वोट जहां चन्नी के पक्ष में गया है, वहीं सिद्धू के पक्ष में भी 29 प्रतिशत लोग दिख रहे हैं। वहीं 38 प्रतिशत ने ‘पता नहीं’ का ऑप्शन चुना है।
बता दें कि चुनाव शुरू होने से पहले ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने आप को सीएम पद का दावेदार दिखा रहे थे। तो वहीं वर्तमान सीएम चन्नी की सादगी लोगों के बीच उन्हें लोकप्रिय बनाती रही। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते गया, सिद्धू, चन्नी पर हमलावर भी दिखे। यही कारण रहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने असमंजस को साफ करते हुए पंजाब में सीएम फेस तय करने का फैसला किया। सीएम फेस को लेकर कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से कहा गया कि वो जनता की राय पर ही पंजाब में उम्मीदवार तय करेंगे।
इस घोषणा के कई दिनों बाद छह फरवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लुधियाना में एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए सीएम फेस के लिए चन्नी के नाम की घोषणा कर दी। इस दौरान चन्नी, सिद्धू के पैर छूते और गले मिलते भी दिखे। कई न्यूज चैनलों के सर्वे में भी सीएम के पसंदीदा उम्मीदवार के रूप में चन्नी ही रहे हैं। पंजाब में 20 फरवरी को वोट डाले जाने हैं और यहां कांग्रेस का मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी गठबंधन और अकाली दल से है।