Pulwama Attack: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद कहा कि आपका ये प्रधानसेवक दुनियाभर में आतंकियों का दाना पानी बंद करने में जुटा है। दुनिया में तब तक शांति संभव नहीं है, जब तक आतंक की फैक्ट्रियां चलती रहेंगी। राजस्थान के टोंक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आतंक की फैक्ट्रियों पर ताला लगाना का काम मेरे ही हिस्से लिखा है, तो ऐसा ही सही। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है तो गलती नहीं करनी है।’’ मोदी ने कहा कि आम कश्मीरी भी आतंकवाद से मुक्ति चाहता है लेकिन पहली सरकारों ने ऐसे बीज बोये कि उनके सपने पूरे नहीं हुए।
इसके साथ ही पीएम ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘पठान धर्म’ याद कराते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि वो सच का साथ निभाएं और पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के अधीन लाएं और उनके प्रति उचित कार्रवाई करें। पीएम मोदी ने खान को पिछले साल पाकिस्तान में चुनाव जीतने के बाद बधाई देने के लिए किए गए फोन कॉल का जिक्र करते हुए कहा, “मैंने उनसे कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार झगड़े हुए हैं। इससे पाकिस्तान को कुछ नहीं मिला है। हर बार हम जीते हैं। मैंने उनसे इस बार गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़ने को कहा। इसके जवाब में उन्होंने मुझसे कहा था कि ‘मोदी जी, मैं पठान का बेटा हूं। मैं सत्य बोलता हूं और सही काम करता हूं।’ आज उन्हें अपने द्वारा कही गई बातों को सही साबित करने का वक्त आ गया है। मैं अब यह देखूंगा कि वे अपने बातों को सही साबित कर पाते हैं या नहीं?” बता दें कि पठान मूल रूप से ईरान का रहने वाला जातीय समूह है, जिसे अपने स्वाभिमान और सम्मान के लिए जाना जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है। राजस्थान के टोंक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है। कश्मीरी बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। कश्मीर का बच्चा-बच्चा आतंकवादियों के खिलाफ है। हमें उन्हें अपने साथ रखना है।’’ पीएम ने कहा कि अमरनाथ यात्रा करने लाखों श्रद्धालु जाते हैं, उनकी देखभाल कश्मीर का बच्चा करता है। अमरनाथ यात्रियों को जब गोली लगी तो कश्मीर के मुसलमान खून देने के लिए कतार लगाकर खड़े हो गए थे। उन्होंने कहा कि “हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है, कश्मीर के खिलाफ नहीं है। पिछले दिनों कश्मीरी बच्चों के साथ हिंदुस्तान के किसी कोने में क्या हुआ, क्या नहीं हुआ, घटना छोटी थी या बड़ी थी.. मुद्दा यह नहीं है। इस देश में यह होना नहीं चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और मानवता के दुश्मनों के खिलाफ है। अगर कश्मीरियों के सपने कोई पूरा करेगा तो यही नया हिंदुस्तान करेगा। मोदी ने कहा कि कश्मीर के पंच-सरपंचों ने मुझसे किया वादा निभाया है। मैंने उनसे कहा था कि जब आतंकवादी स्कूल जलाता है तब वह इमारत नहीं जलाता है, आपके बच्चों का भविष्य जलाता है। उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं गर्व के साथ कहता हूं कि कश्मीर घाटी के मेरे पंच-सरपंचों ने एक भी स्कूल जलने नहीं दिया।’’ कश्मीर में जैसे हिदुस्तान के जवान शहीद होते हैं, वैसे ही कश्मीर के लाल भी इन आतंकवादियों की गोलियों से शहीद होते हैं। ऐसी हरकतें उन लोगों को ताकत देते हैं जो भारत तेरे टुकड़े होंगे गैंग को आशीर्वाद देने जाते हैं।”
मोदी ने कहा कि आज प्रत्येक हिंदुस्तानी देश की सेना के साथ है, देश की भावनाओं के साथ है, लेकिन मुझे उन मुट्ठी भर लोगों पर अफसोस होता है, जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। ये वही लोग है जो पाकिस्तान जाकर कहते है कि कुछ भी करो मगर मोदी को हटाओ। ये वही लोग हैं जो मुंबई हमले के बाद आतंकवाद को जवाब नहीं दे पाए थे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में काफी महत्वपूर्ण है जब उच्चतम न्यायालय ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जनहित याचिका पर केन्द्र और 11 राज्यों को नोटिस जारी किया था। शीर्ष अदालत ने कश्मीरियों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। केंद्र ने शुक्रवार रात सभी राज्यों को जम्मू कश्मीर से संबंधित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। पीडीपी, नेशनल कांफ्रेस सहित कुछ राजनीति दलों ने भी इस विषय को उठाया था।
