राजस्थान में एक बार फिर लाल डायरी को लेकर सियासत तेज हो गई है। गहलोत सरकार से बर्खास्त होने के बाद लाल डायरी को लेकर सामने आने वाले राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक बार फिर बयान दिया है। उदयपुरवाटी के विधायक और शिवसेना के नेता राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, ‘कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर कहा कि खड़गे साहब कह रहे हैं उनकी जीत का दावा है। उस लाल डायरी में जीत का दावा नहीं जेल का दावा है।’ उन्होंने कहा कि लाल डायरी में राज तो है ही, तभी मल्लिकार्जुन खड़गे इतना बोल रहे हैं।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा लाल डायरी को लेकर रोज मुकदमे हो रहे हैं। रोज दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि लाल डायरी को हासिल करने के लिए तरह -तरह के हथकंडे अपनाए गए। क्या जुल्म और सीतम नहीं किए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सब कुछ किया जो कर सकते थे। उन्होंने ईडी को लाल डायरी सौंपने के सवाल को लेकर कहा कि वे जल्द ईडी को लाल डायरी सौंपेंगे।
सूरजगढ़ में भी दिया था बड़ा बयान
झुंझुनूं के सूरजगढ़ के बलौदा गांव में अशोक गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री और उदयपुरवाटी के विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि कांग्रेस के 50 प्रतिशत से अधिक विधायक अनुकंपा की नियुक्ति पर हैं। खेतड़ी विधायक डॉ जितेंद्र सिंह अगर डॉ छोगलाल के बेटे नहीं होते तो वे विधायक नहीं होते। गुढ़ा का इशारा ऐसे विधायकों पर था, जिनके परिवार से पूर्व में कोई न कोई विधायक सांसद रहा है।
कांग्रेस के 50 प्रतिशत से अधिक विधायक अनुकंपा की नियुक्ति पर
उन्होंने कहा था कि मेरा आशीर्वाद कांग्रेस पर नहीं होता तो अशोक गहलोत मुख्यमंत्री नहीं होते। उन्होंने शेखावटी में राजपूत नेताओं की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ एक बार उन से बोल रहे थे कि अब चुरू छोड़ना पड़ेगा, क्योंकि पिछली बार ही 1500 -1600 वोटों से जीता था अब तो जवानी नहीं रही। इतनी मेहनत नहीं होती। चुनाव टफ हो गया है, इसलिए शेखावटी छोड़नी पड़गी।