Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भाजपा राष्ट्रवाद का मुद्दा पूरे जोर-शोर से उठा रही है। विपक्षी पार्टियां भाजपा पर सेना के राजनीतिकरण करने का आरोप लगा रही हैं। अब एक हालिया इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘ये वो लोग हैं, जिन्होंने 1971 के युद्ध का क्रेडिट लिया था।’ बता दें कि पीएम मोदी ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। इंटरव्यू के दौरान जब पत्रकार ने पीएम से सवाल किया कि जब बालाकोट एयर स्ट्राइक में हुए नुकसान, सेना का राजनीतिकरण जैसे सवाल उठाए जाते हैं तो इस पर उनका क्या कहना है? इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमें अपने सुरक्षाबलों की बहादुरी पर पूरा भरोसा है। जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें देश की जनता करारा जवाब देगी।’

पीएम ने कहा कि “वो कौन लोग हैं, जो सुरक्षाबलों के राजनीतिकरण का आरोप लगा रहे हैं? ये वही लोग हैं, जिन्होंने 1971 की लड़ाई का क्रेडिट लिया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने आर्यभट्ट सैटेलाइट की लॉन्चिंग का क्रेडिट लिया। इन लोगों ने वाजपेयी जी की सरकार के दौरान झूठा कफन घोटाले का मुद्दा उठाया। क्या ये सब राजनीतिकरण नहीं है?” बता दें कि 1971 के भारत-पाक युद्ध और बांग्लादेश बनने की लड़ाई के समय देश में इंदिरा गांधी की सरकार थी। इस युद्ध में जीत के बाद इंदिरा गांधी के नेतृत्व की खूब प्रशंसा हुई थी। उस वक्त विपक्ष के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी संसद में इंदिरा गांधी की जमकर प्रशंसा की थी और उन्हें ‘दुर्गा’ बताया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ‘कल्पना कीजिए कि यदि विंग कमांडर अभिनंदन वापस ना आए होते, क्या कांग्रेस और उसके सहयोगी उस वक्त शांत रहते और मोदी को कुछ नहीं कहते? पीएम ने कहा कि वह पहले से ही कैंडिल लाइट मार्च की तैयारी कर रहे थे। यहां तक कि देश के कथित तटस्थ लोग, जो कि 26/11 के हमले के बाद शांत थे, क्या वह उरी और पुलवामा हमले के बात यदि कोई कार्रवाई नहीं की गई होती, तो क्या मोदी पर निशाना नहीं साधते?’ पीएम ने कहा कि “सेना देश की है, पराक्रम भी देश का है, और चुनाव भी देश का है।”

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