गोवा विधान सभा से जो तस्वीर सामने आई है, उसकी सियासी जगत में चर्चा हो रही है। दरअसल, राज्य के बीमार मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार (30 जनवरी) को विधान सभा में वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पेश किया। इस दौरान उनके नाक में पाइप लगी हुई थी। पर्रिकर बहुत ही धीमी आवाज में बजट भाषण पढ़ रहे थे। चूंकि वो राज्य के वित्त मंत्री भी हैं, इसलिए उन्होंने सदन में विपक्षियों के हंगामे के मद्देनजर खुद बजट की कमान संभाली और तबीयत खराब होने के बावजूद खुद ही बजट भाषण पढ़ा। थोड़ी देर के बाद उन्होंने पानी का एक घूंट पिया फिर उन्होंने बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया। इस दौरान पर्रिकर ने सिर पर ब्लू और मैरून कलर की टोपी पहन रखी थी। तस्वीरों में साफ दिखता है कि पर्रिकर की सेहत ज्यादा खराब है।
63 साल के मनोहर पर्रिकर पैनक्रियाज की बीमारी से जूझ रहे हैं। लंबे समय तक उन्होंने अमेरिका में भी इलाज करवाया है। इस हालत में बजट पेश करने पर अब विरोधियों के निशाने पर भाजपा आ सकती है। दिसंबर से मनोहर पर्रिकर एक-दो मौकों पर सार्वजनिक तरीके से दिख रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही पर्रिकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक समारोह में दिखे थे। लंबी बीमारी के बाद दिसंबर में वो तब पहली बार दिखे थे जब वो डॉक्टरों के साथ एक निर्माणाधीन ब्रिज को देखने पहुंचे थे। पर्रिकर की हालत को देखते हुए कांग्रेस लगातार कहती रही है कि भाजपा उन्हें सीएम पद से मुक्त करे। साथ ही आरोप लगाती रही है कि पर्रिकर की इच्छा के विरुद्ध जाकर भाजपा ने उन्हें जबरन सीएम बना रखा है।
बता दें कि मंगलवार (29 जनवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पणजी पहुंचकर मनोहर पर्रिकर के आवास पर उनसे मुलाकात की थी और उनका कुशल क्षेम पूछा था। इस मुलाकात के बाद एक बार फिर राफेल विवाद पटल पर आ गया। हालांकि, मनोहर पर्रिकर ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी से उनकी मुलाकात सिर्फ पांच मिनट के लिए हुई और इस दौरान राफेल पर कोई बात नहीं हुई। राहुल ने कहा था कि 2017 तक रक्षा मंत्री रहने वाले पर्रिकर ने कहा था कि राफेल जेट डील में उनकी कोई भूमिका नहीं रही है।

