मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022: पांच राज्यों में होने जा रहे चुनावों में मणिपुर का चुनाव भी काफी महत्वपूर्ण है। देश के इस छोटे उत्तरी राज्य में 60 सदस्यों की विधानसभा के लिए 27 फरवरी और 3 मार्च 2022 को दो चरणों में मतदान होंगे। मणिपुर में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा कुछ क्षेत्रीय दल भी मैदान में हैं। 2017 में यहां के विधानसभा चुनाव में किसी को बहुमत नहीं मिला था। हालांकि कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन सत्ता में भाजपा की सरकार आ पाई थी।

इस बार के चुनाव में जनता का रुख किधर है और कौन पार्टी सत्ता में आ रही है, इसको जानने के लिए एबीपी न्यूज- सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया तो किसी भी दल को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस पार्टी सत्ताधारी भाजपा को कड़ी टक्कर देती दिख रही है। पोल के मुताबिक भाजपा यहां 23 से 27 सीट जीतती दिख रही है, जबकि कांग्रेस पार्टी को 22 से 26 सीटें मिल रही हैं।

पोल के अनुसार, चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है। ऐसे में राज्य में इस बार त्रिशंकु विधानसभा देखने को मिल सकती है। हालांकि किसी भी दल के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है, लेकिन भाजपा पिछले सर्वेक्षणों में जादुई संख्या के करीब रही है। ताजा सर्वे में सामने आए रुझान से ऐसा लगता है कि कांग्रेस पर भाजपा की बढ़त खत्म हो गई है।

नगा जातीय पार्टी एनपीएफ को 2-6 सीटें मिलने की उम्मीद है और ‘अन्य’ उस पार्टी के साथ टैग कर सकते हैं जो सत्ता बनाएगी। वोट शेयर के मामले में, भाजपा को 35.5 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, 2017 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 0.8 फीसदी की कमी, जबकि कांग्रेस के वोट शेयर में भी 2017 में 35.1 फीसदी से 2022 में 32.6 फीसदी की गिरावट देखी जाएगी।

इस बीच मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है कि BJP की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है। कांग्रेस का आरोप है कि आचार संहिता का ऐलान हो जाने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से कई नीतिगत आदेश जारी किए, जो आचार संहिता का उल्लंघन है।