Mainpuri Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऐसे में मैनपुरी लोकसभा सीट की बात करें तो यह सीट समाजवादी पार्टी या यूं कहें मुलायम सिंह परिवार का गढ़ रही है। साल 1996 से 2019 तक इस सीट पर मुलायम परिवार का कब्जा रहा है। मुलायम सिंह के निधन के बाद यहां से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने भारी बहुमत से उपचुनाव जीता था।
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अब 16 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इनमें पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी शामिल हैं, जो मैनपुरी सीट से चुनाव लड़ेंगी। हालांकि, अभी तक अन्य किसी दल ने अपने प्रत्याशी की इस सीट से घोषणा नहीं की है।
जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम
दशकों तक मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की गलियों में एक सियासी नारा गूंजता रहा है। ये नारा था जिसका जलवा कायम है, उसका नाम मुलायम है। मुलायम के निधन के बाद इस नारे को लेकर दुविधा की स्थिति आ गई थी कि अब नेताजी नहीं हैं तो क्या जलवा कायम रहेगा, लेकिन धरतीपुत्र की धरती पर सपा को मिले जनादेश ने साबित कर दिया कि भले ही मुलायम सिंह यादव नहीं हैं, लेकिन यहां उनका जलवा आज भी कायम है।
मुलायम के निधन के बाद हुआ था उपचुनाव
मुलायम के निधन के बाद हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव की जीत ने साफ कर दिया था कि भले ही मुलायम सिंह यादव आज नहीं हैं, लेकिन उनका जलवा कायम है। मैनपुरी की जनता का प्रेम और विश्वास नेताजी पर आज भी कायम है। मैनपुरी में सपा के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए विरोधी दलों को अभी और मेहनत करनी होगी।
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा ने किया था गठबंधन
2019 के चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद भी मुलायम सिंह की जीत का आंकड़ा एक लाख से नीचे रह गया था। मुलायम के निधन के बाद उनकी पुत्रवधू डिंपल यादव को सपा ने मैदान में उतारा था। डिंपल को इतना बड़ा जनादेश मिला कि जीत का आंकड़ा आम चुनाव की अपेक्षा लगभग तीन गुना हो गया। सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया है।
मैनपुरी लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव परिणाम-
प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
मुलायम सिंह यादव | सपा | 524926 | 53.66% |
प्रेम सिंह शाक्य | बीजेपी | 430537 | 44.01% |
नोटा | नोटा | 6711 | 0.69% |
मैनपुरी लोकसभा चुनाव 2014 के चुनाव परिणाम-
2014 लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी उम्मीदवार शत्रुघ्न सिंह चौहान को 2,63,381 वोटों के अंतर से हराया था। तब उन्हें 36.5 फीसदी और बीजेपी को 13.99 फीसदी वोट मिले थे।
प्रत्याशी | पार्टी | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
मुलायम सिंह यादव | सपा | 595918 | 36.05% |
शत्रुघ्न सिंह चौहान | बीजेपी | 231252 | 13.99% |
संघमित्रा मौर्य | बसपा | 142833 | 8.64% |
यादव के बाद शाक्य मतदाता सबसे ज्यादा
मैनपुरी संसदीय सीट पर करीब 17 लाख मतदाता है, इनमें करीब साढ़े 4 लाख यादव मतदाता हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर शाक्य वोटर माने जाते है, जिनकी संख्या करीब तीन लाख के आसपास है। इस सीट पर पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है, इनमें से 45 फीसदी मतदाता यादव समाज के हैं और उसके बाद शाक्य मतदाताओं का नंबर आता है। इसी जातीय समीकरण के चलते शाक्य मतदाताओं का समर्थन लोकसभा उपचुनाव में महत्वपूर्ण माना जाता है। वर्ष 2014 के उपचुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी भी इसी रणनीति को आजमा चुकी है।
इस सीट पर तीसरे नंबर पर ब्राह्मण वोटर्स
मैनपुरी में सबसे ज्यादा यादव वोटर्स हैं। सपा के इस गढ़ में यादव वोटरों की संख्या करीब 4.25 लाख है। यादव वोटर्स के बाद शाक्य वोटर्स का इस सीट पर दबदबा है। इस सीट पर शाक्य वोटर्स की संख्या करीब 3.25 लाख है। यादव और शाक्य वोटर्स के बाद तीसरे नंबर पर ब्राह्मण वोटर्स हैं। यहां ब्राह्मण वोटर्स की संख्या करीब 1.10 लाख है। इसके अलावा दलित वोटर्स की संख्या 1.20 लाख और लोधी वोटर्स की संख्या एक लाख के आसपास है। इन सबके बाद मैनपुरी सीट पर मुस्लिम वोटर्स का नंबर आता है। यहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या करीब 55 हजार है।