मध्य प्रदेश में चुनावी गर्मी के बाद अब मौसमी सर्दी भी जोर पकड़ रही है। ठंडी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। कंपकपाती सर्दी के साथ-साथ कोहरा भी बढ़ रहा है। वहीं समुद्री तूफान पे-ती का आंशिक असर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने ठंडी हवाओं के साथ कुछ इलाकों में हल्की बूंदा-बांदी की भी आशंका जताई है जिससे शीतलहर की आशंका बढ़ गई है। इन्हीं परिस्थितयों के चलते पूरे प्रदेश में पारे में गिरावट तेज हो गई है। शनिवार का रात को खजुराहो में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच गया।
…इन इलाकों में शीतलहर की आशंका
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में शीतलहर के प्रकोप की आशंका जताई है। इनमें भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, बैतूल, धार, खंडवा, रतलाम, सिवनी, जबलपुर, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, जबलपुर और मंडला भी शामिल हैं।
पहाड़ों की बर्फ और समुद्री तूफान का असर
मध्य प्रदेश के मौसम पर पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी और तटीय राज्यों के तूफान दोनों का असर देखने को मिल रहा है। उत्तर भारत में बर्फबारी के चलते हवाएं ठंडी हो गई हैं। वहीं तटीय राज्यों में तूफान के चलते हल्की-फुल्की बूंदा-बांदी और बादलों का असर देखने को मिल रहा है।
ट्रेनों की रफ्तार पर लगी लगाम
घने कोहरे का सीधा असर ट्रेनों की आवाजाही पर भी देखने को मिल रहा है। दक्षिण भारत को राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले ट्रैक पर प्रदेश के कई बड़े स्टेशन हैं। इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों की लेटलतीफी शुरू हो गई है। भोपाल और इटारसी के बीच काम चलने से करीब एक दर्जन से भी ज्यादा ट्रेनों पर असर पड़ रहा है।