28 नवंबर को मध्य प्रदेश में वोटिंग होनी है और ऐसे में सियायत अपनी चरम सीमा पर है। वार- पलटवार संग बयानों का जोरदार सिलसिला देखने को मिल रहा है। ऐसे में प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसे में जहां कुछ प्रत्याशियों को जनता का प्यार मिल रहा है तो वहीं कुछ पर जनता का गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। ताजा मामला बड़वानी जिले का है। जहां प्रदेश कांग्रेस कमेट की कार्यवाहक अध्यक्ष और राजपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बाला बच्चन को विरोध का सामना करना पड़ा।

 

माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज
दरअसल जैसे ही बाला बच्चन राजपुर विधानसभा क्षेत्र के ओझर पहुंचे तो जनता नारे लगाने लगी- ‘माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज’। ऐसा माहौल देख बच्चन अपने काफिले के साथ जनसंपर्क के लिए आगे रवाना हो गए। वहीं बाला बच्चन ने इसकी पीछे भाजपा की साजिश बताई है और कहा कि ये नारे भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही लगाए थे।

पहले भी कांग्रेस नेता झेल चुके हैं विरोध
गौरतलब है कि इससे पहले बुधनी में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को भी विरोध का सामना करना पड़ा था। और उस दौरान भी उनको इस तरह के नारे सुनने को मिले थे। तब भी ग्रामीणों ने कहा था कि- ‘माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज।’

 

कौन हैं बाला बच्चन ?
दिग्विजय सरकार के योद्दाओं में प्रदेश सरकार के कार्यकारी अध्यक्ष बाला बच्चन का नाम भी शुमार है। आपको बता दें कि बाला चार बार से विधायक हैं और पांचवी बार मैदान में हैं। दिग्विजय सरकार में वो स्वास्थ्य मंत्री थे। इस आदिवासी नेता को भी भाजपा हरा नहीं पाई है। बच्चन के सामने इस बार फिर से भाजपा ने देवसिंह पटेल को उतारा है। जो पिछली बार 10 हजार से अधिक वोटों से हारे थे।