मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। कांग्रेस के मध्य प्रदेश चुनाव में समाजवादी पार्टी को कोई सीट नहीं देने से नाराज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा था कि अगर कांग्रेस इस तरह व्यवहार करेगी तो उसके साथ कौन खड़ा होगा। अखिलेश के इस बयान पर राजनीतिक छींटाकशी चालू हो गयी है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद और आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी इस पर टिप्पणी की है।

कांग्रेस पर एसपी प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणी पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “यह तो होना ही था, वे बीजेपी को हराने की कोशिश कर रहे हैं और उनके बीच एक-दूसरे के लिए कोई शिष्टाचार नहीं है।” उन्होंने कहा कि देखते रहिए एक अवसरवादी गठबंधन में स्वार्थ का टकराव होना था और हो गया।

हर पार्टी की अपनी महत्वकांक्षा होती है- मनोज झा

वहीं, दूसरी ओर अखिलेश यादव के बयान पर RJD सांसद मनोज झा ने कहा, “चुनाव के दौरान ऐसा होता है, हर पार्टी की अपनी महत्वकांक्षा होती है। मैं शीर्ष नेतृत्व से आग्रह करूंगा कि इन सब को बेहतर ढंग से सुलझाया जाए क्योंकि लोग बहुत लालसा से इस विकल्प की ओर देख रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि इस तरह की छवि न आए।”

दरअसल, अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा था कि मैं कांग्रेस पार्टी को कोई सलाह या सुझाव नहीं दे रहा हूं लेकिन देश के सामने एक बड़ी चुनौती है। भाजपा एक बड़ी पार्टी है और यह एक बहुत ही संगठित है इसलिए इसे लेकर किसी भी पार्टी में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। सपा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर के बाद शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भ्रम से लड़कर आप कोई चुनाव नहीं जीत पाएंगे।

कांग्रेस के साथ कौन खड़ा होगा- अखिलेश यादव

सपा प्रमुख ने कहा कि अगर कांग्रेस इस तरह का व्यवहार करेगी तो उसके साथ कौन खड़ा होगा। यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश चुनाव के लिए बात की गई तो कांग्रेस ने सपा को छह सीट देने पर सहमति जताई थी। बाद में जब कांग्रेस की सूची जारी हुई तो सपा को कोई सीट नहीं दी गई और हमारे निवर्तमान विधायक का भी टिकट काट दिया गया।”