MP Vidhan Sabha Election Chunav Result 2018: मध्‍य प्रदेश में बीजेपी के हाथ से कई गढ़ छिटक गए हैं। इन महत्‍वपूर्ण सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्‍याशियों ने जीत हासिल की है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसे बीजेपी के लिए शुभ संकेत नहीं कहा जा सकता है। ग्रामीण के साथ शहरी क्षेत्रों में भी प्रदेश में सत्‍तारूढ़ पार्टी को झटका लगा है। भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट को भी बीजेपी किसी तरह बचाने में सफल रही है। बीजेपी का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्‍याशी ने 54 फीसद वोट शेयरिंग के साथ जीत हासिल की थी। बाबूलाल गौड़ और सरताज सिंह जैसे दिग्‍गज नेताओं ने चुनाव से पहले टिकट को लेकर बगावत कर दी थी। बताया जाता है कि वोट शेयरिंग में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। मालूम हो कि शहरी क्षेत्रों में बीजेपी की अच्‍छी पकड़ मानी जाती है।

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भोपाल से लगते हुजूर विधानसभा क्षेत्र को भी बीजेपी का गढ़ माना जाता है। पिछले साल के चुनाव में बीजेपी प्रत्‍याशी ने 65 फीसद वोट शेयर के साथ इस सीट पर जीत हासिल की थी। लेकिन, इस बार पासा पलट गया है। बीजेपी को इस सीट पर भी हार का मुंह देखना पड़ा है। माना जा रहा है कि अगड़ी जाति और मध्‍यवर्ग के मतदाताओं के छिटकने के कारण बीजेपी को यह सीट गंवानी पड़ी है। एससी-एसटी एक्‍ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को केंद्र सरकार ने पलट दिया था। केंद्र में बीजेपी की सरकार है, ऐसे में पार्टी को अपर कास्‍ट के वोटरों की नाराजगी झेलनी पड़ी है। यहां से कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी बीजेपी प्रत्‍याशी रामेश्‍वर शर्मा पर लगातार बढ़त बनाए हुए हैं।

बीजेपी को आदिवासी बहुल अलिराजपुर विधानसभा सीट पर भी हार का सामना करना पड़ा है। जनजाति बहुल इलाकों को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लेकिन इस बार कांग्रेस उसमें सेंध लगाने में कामयाब रही। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्‍याीश ने 52 फीसद वोट शेयरिंग के साथ यहां पर जीत हासिल की थी। इस बार यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आदिवासी बहुल क्षेत्र में मध्‍य प्रदेश में सत्‍तारूढ़ बीजेपी को झटका लगा है। दिलचस्‍प है कि महाकाल की नगरी उज्‍जैन दक्षिण की सीट भी बीजेपी के हाथ से खिसक चुकी है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी प्रत्‍याशी ने यहां से 52 फीसद वोटों के साथ जीत हासिल की थी। यह विधानसभा क्षेत्र भी बीजेपी के मजबूत गढ़ में से एक है। कांग्रेस ने यह सीट भी बीजेपी से झटक ली है।