बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 17 प्रत्याशियों के नाम हैं। इस सूची में बगावती तेवर अपनाए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबू लाल गौर की सीट को शामिल नहीं किया गया है। मालूम हो कि गौर भोपाल की गोविंदपुरा सीट से चुनाव लड़ते हैं। बीजेपी की ओर से जारी 17 विधानसभा क्षेत्रों में इस सीट का नाम नहीं है। ऐसे में बाबू लाल गौर को तीसरी सूची के आने का इंतजार करना होगा। उन्होंने बीजेपी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बता दें कि बीजेपी ने पहली सूची में 177 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी। इस तरह 230 में से 194 सीटों पर बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा चुकी है। अभी भी 36 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होना बाकी है।
चुनाव लड़ने पर अड़े हैं बाबू लाल गौर: नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 70 वर्ष से ज्यादा उम्र के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी न देने का फॉर्मूला अपनाया गया है। मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके बाबू लाल गौर की उम्र 88 वर्ष है। इसे देखते हुए उन्हें शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमंडल से निकाल दिया गया था। हालांकि, इसके बावजूद पार्टी में उनकी अहमियत बनी रही। मध्य प्रदेश में उन्हें अभी भी एक प्रभावशाली नेता माना जाता है। इस बार के विधानसभा चुनावों में कई नेताओं के टिकट कटने की बात कही जा रही है। बाबू लाल गौर इस बात को लेकर आशंकित हैं कि उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा, ऐसे में उन्होंने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पार्टी से टिकट न मिलने की स्थिति में निर्दलीय ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर डाली है। इससे चुनावी समय में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बीजेपी अब तक 194 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है, लेकिन बाबू लाल गौर की सीट को अब तक इसमें शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में पार्टी की ओर से अभी और सूची जारी की जानी है। बता दें कि कांग्रेस इस बार सत्ता में आने के लिए पूरा प्रयास कर रही है, ऐसे में बीजेपी िकिसी भी तरह के अंतर्कलह से बचना चाहती है।