मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से कुछ रोज पहले राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, लोकसभा सांसद और मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार कमलनाथ का बुधवार (21 नवंबर) को एक वीडियो सामने आया। उन्होंने इसमें कहा कि अगर 90 फीसदी मुसलमान उन्हें वोट नहीं देंगे, तो उनकी पार्टी को नुकसान हो सकता है। ‘रिपब्लिक टीवी’ के मुताबिक, ये बात उन्होंने सात हफ्ते पहले मुस्लिम नेताओं संग हुई गुप्त बैठक में कही थी। उन्होंने उस दौरान कई और बयान भी दिए, जिसमें आदिवासी वोट और आपराधिक मामलों में लिप्त उम्मीदवार को टिकट देने का जिक्र किया गया था। बता दें कि 28 नवंबर को सूबे में मतदान होगा, जबकि 11 दिसंबर को उसके नतीजे आएंगे।
वीडियो में कमलनाथ बोले, “हम आदिवासी वोट के कारण नहीं जीतते। वह तो वहां 22-24 फीसदी है। बीजेपी का भी आदिवासी वोट प्रतिशत है। वह तो बंट जाता है। बाकी समाज ही उन्हें जिताता है। हमें यह देखना पड़ेगा कि इसमें क्या गणित है। हम तो चाहते हैं कि आपके समाज (मुसलमान) के अधिक उम्मीदवार खड़े कर सकें। साथ ही हमें और आपको यह देखना होगा कि बीजेपी की क्या रणनीति है? कैसे वह समाज में मतदाताओं को बांटने की कोशिश करते हैं। आज उनके पास केवल हिंदुत्व का पत्ता बचा है। अगले एक महीने आप लोगों को ये सावधान करेंगे। मुझे जानकारी है कि उन्होंने क्या सोच के रखा है। कैसे वे विभाजन का प्रयास करेंगे।”
उनके मुताबिक, “आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) क्या कर रहा है? छिंदवाड़ा में लोग आकर मुझे बताते हैं। चूंकि आरएसएस नागपुर से जुड़ा है। वहां उनके लिए रात को आओ, सुबह चले जाओ। बड़ा आसान है। उनका एक ही नारा है- ‘अगर हिंदू को वोट देना है, तो हिंदू शेर मोदी को वोट दे। अगर मुसलमान को वोट देना है तो कांग्रेस को दो।’ ये इनकी रणनीति है। आपको इसमें सतर्क रहना होगा। हम निपट लेंगे इनसे। पर मतदान के दिन तक आपको सब कुछ सहना होगा। ये समझ रहे हैं कि हमारी हालत खस्ता है। ऐसे में वे सब हर किस्म का हथकंडा अपनाएंगे।” देखें बैठक के दौरान का वीडियो-
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने आगे बताया, “मुसलमान बूथों पर कितनी वोटिंग हुई। 50-60 क्यों हुआ, 90 फीसदी वोटिंग क्यों नहीं हुआ? इसका पोस्टमार्टम बहुत जरूरी है। आप कहें, हम करा देंगे 90 फीसदी मतदान। आज मुसलमान समाज के 90 फीसदी वोट न पड़े, तो हमें बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। हमारे सामने आंकड़े हैं। आप जानते हैं कि आपके इलाके में कहां मुसलमान वोट है। मतदान में कहां हम कमजोर हैं, यह जानना बेहद जरूरी है।”
बकौल कमलनाथ, “कोई भी उम्मीदवार हो, देखिए कोई एक्स-रे मशीन नहीं है। सर्वे या जानकारी के आधार पर…ये सब नहीं चलने वाला। कोई कहता है कि फलां पर चार केस हैं, पर क्या बीजेपी देखती है? मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि जो जीतने वाला होगा, हम उसे टिकट देंगे। हो सकता है कि कहीं हमसे गलती भी हो। मगर हमारा लक्ष्य यही है। ऐसे में आपको सबको यह जिम्मेदारी लेनी है और रणनीति बनानी है।”
वहीं, कांग्रेस के हरीश रावत ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा- मैंने वीडियो नहीं देखा है। पर उनका मतलब यह नहीं कि हम सिर्फ कांग्रेस के वोट मांग रहे हैं। हम हर तबके के अधिक वोट चाहते हैं जबकि, बीजेपी नेता प्रभात झा ने चैनल को बताया कि यह बेहद आपत्तिजनक है। म.प्र शांति का टापू है, जिसे कमलनाथ सांप्रदायिकता की आग में झोंकने का काम कर रहे हैं। वे मुस्लिमों को उकसाना चाह रहे हैं। वह साफ कह रहे हैं कि मुस्लिम कांग्रेस को बचा लें, वर्ना वह बर्बाद हो जाएगी।