Loksabha Elections 2019: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर सस्पेंस बरकरार है। इसी बीच, आप ने तीन प्रत्याशियों को नामांकन भरने से रोका और शुक्रवार (19 अप्रैल, 2019) को पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस को एक और मौका देना चाहती है। आप ने इसी के साथ गठबंधन की बात अंजाम तक पंहुचाने के लिए कांग्रेस को सोमवार तक की मोहलत दी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप के नेता गोपाल राय ने शुक्रवार को इसी मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस से गंठबंधन के सवाल पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, “आज हमने फिर से मौका दिया है। देश की जनता भी यही चाहती है। हमने कांग्रेस को सोचने के लिए यह आखिरी मौका दिया है। अब देखिए आगे क्या होता है।”
सूत्रों के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स कहा गया कि आप ने जिन प्रत्याशियों को नामांकन से रोका, वे अब 22 अप्रैल को पर्चा दाखिल कर सकते हैं। बता दें कि नामांकन भरने की अंतिम तारीख 23 अप्रैल है, जबकि 12 मई को यहां मतदान होगा। वहीं, हफ्ते भर पहले आप और कांग्रेस दोनों ने ही ने माना था कि गठबंधन को लेकर हुई उनकी बातचीत बेनतीजा रही थी।
दरअसल, कांग्रेस ने दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में चार सीटें आप को देने का प्रस्ताव रखा है, जबकि चांदनी चौक, उत्तरी पश्चिमी दिल्ली और नई दिल्ली सीट अपने पास रखी हैं। पार्टी ने इसी के साथ आरोप लगाया है कि दिल्ली में आमने-सामने की स्थिति पर आप ने अचानक से हरियाणा में गठबंधन (जेजेपी से) कर लिया है।
आप के पश्चिमी दिल्ली से उम्मीदवार बलबीर सिंह जाखड़ गुरुवार को पर्चा दाखिल कर चुके हैं, जबकि शनिवार को पार्टी के तीन अन्य उम्मीदवारों के नामांकन का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम तय था। इसी बीच, आप के सूत्रों ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ गठबंधन पर बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ने की जानकारी दी।
ऐसे में समझा जाता है कि कांग्रेस हरियाणा में दो सीट जननायक जनता पार्टी (जजपा) और एक सीट आप को देने तथा दिल्ली में चार सीट आप एवं तीन सीट पर खुद चुनाव लड़ने के विकल्प पर विचार करने को राजी हो गई है। आप नेताओं को कांग्रेस को हरियाणा में जजपा को तीनों दलों के एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिये रजामंद करने का भरोसा दिलाया है। (भाषा इनपुट्स के साथ)