Loksabha Elections 2019: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाया जाना चाहिए और उन्हें देश से बाहर कर दिया जाना चाहिए। हिंसा के विरोध में बुधवार (15 मई, 2019) को पैदल मार्च निकालने के बाद देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने भड़ास निकालते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी ने मेरा, बंगाल और बंगालियों का अपमान किया है। ऐसे में उन्हें हटाओ और देश से निकालो।”
सीएम ने इसके अलावा आरोप लगाया कि शाह ने रोडशो पर 15-20 करोड़ रुपए खर्च किए। बता दें कि दीदी की कॉन्फ्रेंस कुछ देर पहले ही चुनाव आयोग (ईसी) ने बंगाल हिंसा के मद्देनजर सूबे के नौ संसदीय क्षेत्रों में प्रचार के लिए समय सीमा में एक दिन की कटौती की थी।
ताजा मामले में सीएम आगे बोलीं कि शाह बंगाल में दंगा कराने के मूड से आए थे। ऐसे में चुनाव आयोग (ईसी) को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। दीदी के मुताबिक, शाह ने अपनी बैठक के जरिए हिंसा पैदा कराई। ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा भी उस दौरान तोड़ी गई, पर पीएम ने आज उसके लिए माफी नहीं मांगी। बंगाल के लोगों ने इस बात को गंभीरता से लिया है। ऐसे में शाह पर ईसी को कार्रवाई करनी चाहिए।
ममता का आरोप है कि ईसी को बीजेपी संचालित कर रही है। कल की हिंसा शाह की वजह से हुई। आखिर ईसी उन्हें कारण बताओ नोटिस क्यों नहीं जारी करता है या फिर उन पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाता है? बकौल सीएम, “शाह ने आज एक पीसी की, जिसमें उन्होंने ईसी को धमकाया। क्या ये उसी का नतीजा है? पर बंगाल डरा या घबराया हुआ नहीं है। बंगाल को इसलिए निशाना बनाया गया, क्योंकि मैं पीएम मोदी के खिलाफ आवाज उठा रही हूं।”
उधर, पीएम मोदी ने तीसरे चुनावी इंटरव्यू में एबीपी न्यूज से कहा कि बंगाल की जनता को दबोच कर रखा गया है। लोग टीएमसी और वाम दलों के चंगुल से बाहर निकलना चाह रहे हैं। दीदी का आचरण लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है। वह परंपरा का नुकसान कर रही है।