Loksabha Elections 2019: तमिलनाडु कांग्रेस चीफ के.एस.अल्गागिरी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से कराई है। उन्होंने कहा है कि आईएस की तरह आरएसएस भी उन लोगों से नफरत करता है, जो उसकी विचारधारा से असहमति जताते हैं। बता दें कि कांग्रेसी नेता की यह टिप्पणी मक्कल नीधि मइय्यम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन के उस बयान के समर्थन में आई है, जिसमें उन्होंने ‘देश के पहले आतंकी को हिंदू’ करार दिया था। हासन ने यह बात बापू के हत्यारे नाथू राम गोडसे के संदर्भ में कही थी।
सोमवार (13 मई, 2019) को ‘इंडिया टुडे टीवी’ से वह बोले, “मैं हासन के बयान से सहमत हूं और उसका समर्थन करता हूं। न केवल 100 फीसदी बल्कि एक हजार प्रतिशत। हिंदुत्व में आरएसएस ठीक वैसा ही है, जैसा कि इस्लाम में आईएस है।” उन्होंने आगे बताया, “आरएसएस, जन संघ और हिंदू महासभा मानते हैं कि जो भी उनकी विचारधारा का विरोध करेगा या उससे असहमति जताएगा, वे उसे खत्म कर देंगे।”
बकौल अल्गागिरी, “यह वैसा ही है, जैसे अरब देशों में आईएस है। यहां तक कि वहां वह आतंकी संगठन यह भी कहता है कि अगर मुस्लिम उसकी विचारधारा में यकीन नहीं रखेंगे, तब वह उन्हें भी खत्म कर देगा। कट्टर वामपंथी और दक्षिणपंथी भी इसी नीति का पालन करते हैं। यहां तक कि धार्मिक मतों का पालन करने वाले भी वैसे ही हैं।”
इससे पहले, हासन ने चुनावी माहौल के बीच बापू को लेकर दिए बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया था। अभिनेता ने नेता बने हासन बोले थे कि आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकवादी नाथूराम गोडसे था। तमिलनाडु के अरावाकुरिची में एक रैली के दौरान उन्होंने कहा था, “मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा क्योंकि ढेर सारे मुसलमान यहां हैं। मैंने यह बात गांधी जी की प्रतिमा के सामने कही। आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था।” हासन के मुताबिक, “उस नाम- नाथूराम गोडसे था।”