Loksabha Elections 2019: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुरुवार (दो मई, 2019) को राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) ने उन्हें एक नोटिस थमा दिया। एनसीपीसीआर ने उसके जरिए कहा, “वीडियो में यह देखा गया है कि बच्चे उनके चुनावी प्रचार के दौरान शामिल थे और वे उस दौरान प्रियंका की मौजूदगी में अपमानजनक नारे और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते देखे गए।”

नोटिस में प्रियंका को तीन दिनों के भीतर इस बाबत जवाब देने को कहा गया है। नोटिस के मुताबिक, “आयोग ने चुनाव आयोग (ईसी) को भी इस बारे में बताया है। बाल अधिकार का उल्लंघन हुआ है, इस मामले में जांच के लिए हम उन बच्चों के नाम, पता, कहां पर उन्होंने नारेबाजी की, वे बच्चे कैसे और कहां से लाए गए…ये सारी जानकारियां हमें तीन दिनों के भीतर मुहैया कराई जानी चाहिए।”

दरअसल, प्रियंका को जिस वीडियो क्लिप को लेकर नोटिस थमाया गया है, उसमें बच्चे ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर अन्य पार्टी नेता तक चुनावी रैलियों और सोशल मीडिया तक बीजेपी और पीएम मोदी पर जुबानी हमले बोलने को लेकर इस जुमले का इस्तेमाल करते रहे हैं। खासकर राफेल डील के मामले में।

उधर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे मुद्दा बताते हुए प्रियंका पर निशाना साधा था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस बाबत ट्वीट कर कहा- वह (प्रियंका) बच्चों से गाली दिलवाती हैं। वह बच्चों से पीएम को गाली देने के लिए कहती हैं। आप राजनीतिक अभियानों के लिए बच्चों का इस्तेमाल नहीं कर सकते। बच्चे इससे क्या सीखेंगे? मैं सभी सभ्य परिवारों से उनके बच्चों को प्रियंका से दूर रखने की सलाह दूंगी।

वहीं, सफाई में कांग्रेस महासचिव का कहना था कि घटना से जुड़ा जो वीडियो वायरल हुआ, वह डॉक्टर्ड था। उसे एडिट किया गया था।